अदन

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लेख सूचना
अदन
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1
पृष्ठ संख्या 95
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पाण्डेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1973 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक नंदलाल,कैलाश चंद्र शर्मा।

अदन यमन गणराज्य का एक बंदरगाह है (स्थिति 12° 45, उ. अ., 45° 4 पू. दे.) जो वायुमंडल जल प्राणी से 100 मील पूर्व एक शांत ज्वालामुखी के मुख द्वार पर बसा हुआ है। यह करमुक्त बंदरगाह (फ्रीफोर्ट) है। जलवायु गरम (औसत वार्षिक पात 100° फा.) तथा वार्षिक वर्षा दो इंच मात्र है। यहाँ पर दो बंदरगाह हैं- एक बाह्य, जो नगर की ओर मुखांकित और सिरिह द्वीप से सुरक्षित है था तूसरा आंतरिक, जो अदन बैक बे या अरबों द्वार बंदर तबाइह कहलाता है। सन्‌ 1868 में स्वेज नहर के बन जाने से यह एक प्रसिद्ध व्यापारिक केंद्र बन गया है। यह जहाजों के कोयला तथा तेल लेने के लिए ठहरने का प्रमुख स्थान भी है। अदन सिगरेट तथा नमक उत्पन्न करता है। यहूदी, ईसाई और मुसलमान मत के अनुसार अदन स्वर्ग का वह उपवन है जहाँ ईश्वर ने आदम को बनाकर रखा था।

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टीका टिप्पणी और संदर्भ

(विशेष द्र. यमन गणराज्य)