मिर्ज़ा मुहम्मद इस्माइल
इस्माइल, सर मिर्ज़ा, अमीनुल्मुल्क (जन्म- 23 अक्टूबर, 1883; मृत्यु- 1956) सन 1908 में मैसूर के महाराजा का सहायक सचिव था, जो कुछ समय बाद मैसूर का दीवान भी नियुक्त हुआ।
- अमीनुल्मुल्क की शिक्षा मैसूर और 'सेंट्रल कालेज', बंगलोर में हुई थी।
- वर्ष 1908 में वह महाराजा मैसूर का सहायक सचिव और कुछ काल बाद मैसूर का दीवान नियुक्त हुआ।
- 'बंबई विश्वविद्यालय' के वाइस चांसलर पद पर भी अमीमुल्मुल्क ने कार्य किया।
- लंदन में होने वाली पहली और दूसरी राउंड टेबुल कान्फ़्रेंस में अमीनुल्मुल्क शामिल हुआ था।
- इस्माइल सर मिर्ज़ा अमीनुल्मुल्क भारत में शिक्षा संबंधी विषयों के शुभचिंतकों में से एक थे।
- नागपुर, अलीगढ़, आगरा, बनारस, पटना, ढाका आदि विश्वविद्यालयों के उनके दीक्षांत भाषणों से उनकी शिक्षा संबंधी योग्यता का पता चलता है।
- मैसूर लौटने से पहले वे जयपुर राज्य के दीवान भी रहे थे। 1956 ई. में इस्माइल सर मिर्ज़ा अमीनुल्मुल्क का देहांत हुआ।[१]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ रज़िया सज्जाद ज़हीर, हिन्दी विश्वकोश, खण्ड 2, पृष्ठ संख्या 17