विसेंतें कैदूर्चो

अद्‌भुत भारत की खोज
Bharatkhoj (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित ११:०९, १७ जनवरी २०१७ का अवतरण ('{{लेख सूचना |पुस्तक नाम=हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |पृष्ठ स...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
लेख सूचना
विसेंतें कैदूर्चो
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3
पृष्ठ संख्या 143
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पांडेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1976 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक पद्मा उपाध्याय

विसेंतें कैदूर्चो (1578-1638) स्पेनी चित्रकार और कलासमीक्षक। फ्लोरेंस में जन्म, माद्रिद में निवास। वे राजकीय चित्रकार थे किंतु उनकी ख्याति उनके प्रतिपादित सिद्धांतों के लिये हैं। उनका प्रसिद्ध ग्रंथ ‘दियालोगो दे ला पितूरा’ कलासमीक्षा के क्षेत्र में अत्यंत महत्व का माना जाता है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ