कोरल सागर
कोरल सागर
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 167 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | नन्हें लाल |
कोरल सागर प्रशांत महासागर का एक भाग जो आस्ट्रलिया महाद्वीप के पूर्व तथा न्यू हेबीडीज़ एवं न्यू कैलेडोनिया द्वीपों के पश्चिम स्थित है। इसका उत्तरदक्षिण विस्तार तारस जलडमरू से लेकर चेस्टरफील्ड प्रवाली तक है। इसी सागर में विश्व की सबसे बड़ी मूँगे की दीवार आस्ट्रेलिया के पूर्वी तट के समांतर बनी हुई है जिसकी लंबाई लगभग 1,200 मील तथा चौड़ाई 10 से 90 मील तक है। यह कई स्थानों पर खंडित है जिनमें होकर जलपोत भीतर तट तक पहुँचते हैं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ