इंस्ट्रुमेंट ऑव गवर्नमेंट
इंस्ट्रुमेंट ऑव गवर्नमेंट
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 505 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | त्रिलोचन पंत |
इंस्ट्रुमेंट ऑव गवर्नमेंट (1653) इंग्लैंड के उस संविधान का नाम जिसको राजतंत्र की समाप्ति के चार वर्ष बाद कुछ प्रमुख सैनिक अधिकारियों ने प्रस्तुत किया था। इस संविधान में विधिनिर्माण और प्रशासन के लिए दो पृथक् परिषदों-पार्लियामेंट और कौंसिल-तथा प्रमुख अधिकारी लार्ड प्रोटेक्टर और पार्लामेंट विधिनिर्माण के सर्वोच्च अधिकारी थे। प्रशासन का प्रमुख अधिकारी लार्ड प्रोटेक्टर था। प्रशासनकार्य में उसकी सहायता के लिए 13 से लेकर 21 सदस्यों तक की कौंसिल की व्यवस्था संविधान में थी। लार्ड प्रोटेक्टर और पहली कौंसिल के सदस्यों का नामोल्लेख भी संविधान में था। इंग्लैंड और आयरलैंड तीनों देशों के लिए वेस्टमिनिस्टर (लंदन) में 460 सदस्यों की एक सदनात्मक पार्लियामेंट की व्यवस्था थी। पार्लियामेंट का कार्यकाल, सदस्यों और निर्वाचकों की योग्यता, सेना का व्यय, आय के साधन, धर्मव्यवस्था, लार्ड प्रोटेक्टर के अधिकार, राज्य के मौलिक सिद्धांत आदि का भी उल्लेख था। आरंभ से ही इस संविधान का विरोध हुआ और पाँच वर्ष में ही इसका जीवन समाप्त हो गया। यह इंग्लैंड का प्रथम और एकमात्र लिखित संविधान है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ