फ़्योदर वसील्येविच ग्लोदकोव
फ़्योदर वसील्येविच ग्लोदकोव
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 4 |
पृष्ठ संख्या | 89 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | रामप्रसाद त्रिपाठी |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | प्यौत्र कलेक्सीविच बाराकिन्नकोव |
ग्लाद.कोव, फ़्योदर वसील्येविच (21 जून, 1883- 20 दिसंबर, 1959) प्रसिद्ध रूसी लेखक। गरीब किसान परिवार में जन्म हुआ। स्कूल में शिक्षक का काम करते थे। क्रांतिकारी आंदोलन में सक्रिय भाग लेने के कारण जारशाही सरकार की ओर से कई बार सजा मिली। प्रथम साहित्यिक कृति 1899 में प्रकाशित हुई थी। 1917 की समाजवादी क्रांति के बाद ही साहित्यिक कार्य में प्रमुख विकास हुआ। ग्लाद्कोव ने दस से अधिक उपन्यास लिखे, जिनमें प्रमुख हैं 'सिमिंट' (1925) और 'शक्ति' (1932-38)। इन कृतियों में सोवियत संघ के मजदूरों का जीवन वर्णित है। 'कसम' (1944) उपन्यास में द्वितीय महायुद्ध के समय सोवियत मजदूरों के जीवन तथा परिश्रम का सजीव चित्रण है। चार उपन्यासों में - 'बचपन की कहानी' (1949), 'आजाद साल' (1950), 'कष्टमय वर्ष' (1954) और 'विद्रोहात्मक जवानी' (1956) में लेखक ने अपनी आत्मकथा के साथ 19वीं-20वीं शताब्दी की रूसी जनता के जीवन का यथार्थवादी चित्रण दिया है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ