गक्खर
गक्खर
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 350 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | परमेश्वरीलाल गुप्त |
गक्खर झेलम और चेनाब नदी के बीच का भूभाग मध्यकाल में गक्खर कहलाता था। तबकात-अकबरी में सिंधु नदी के किनारे के नीलाब प्रांत को गक्खर बताया गया है। शिवालिक पर्वत के निकट कश्मीर की सीमा तक किसी समय इस प्रदेश का विस्तार था। मध्य कालीन इतिहास में इस प्रदेश का विशेष महत्व था। उसकी चर्चा तत्कालीन ग्रंथों में बहुत हुई है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ