ओम्स्क
ओम्स्क
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 301 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | श्रीनाथ मेहरोत्रा |
ओम्स्क साइबेरियन रूस में ईर्तिश नदी के दाहिने तट पर 55रू उ.अ. तथा 73रू 38व् पू.दे. पर स्थित नगर है। यहाँ पर ईतिश और ओम नदियों का संगम होता है। शरद् का औसत ताप 5रू फा. तथा ग्रीष्म का 68रू फा. है। औसत वार्षिक वर्षा 12.4व्व् है। शीतकाल में हिमवर्षा से नगर जम जाता है। यह ट्रांस साइबेरियन रेलमार्ग का एक प्रमुख स्टेशन है जहाँ से रेल की एक शाखा सिवर्डलोवस्क तक जाती है। जलमार्गो द्वारा यह उत्तर में ओब नदी से तथा दक्षिण में अल्टाई नगर तथा ज़ैसन झील से मिला हुआ है। मध्य एशिया और कज़ाकिस्तान से कारवाँ के मार्ग भी यहाँ को आते हैं। 1970 ई. में यहाँ की जनसंख्या 8,21,000 थी। नगर के प्रमुख उद्योग धंधे कृषि संबंधी तथा अन्य मशीनों का बनाना, कपड़ा बुनना तथा शराब तैयार करना है। यहाँ मांस, मक्खन तथा खालें तैयार की जाती हैं। वर्तमान समय में यह सैनिक अड्डा है। सन् 1917 ई. की क्रांति के पश्चात् यह साइबेरियन राजनीति का गढ़ तथा केंद्र बन गया था। यह वृक्षरहित ठंडी घास की शोषस्थली (स्टेप्स) में स्थित है और समुद्रतल से इसकी ऊँचाई 285 फुट है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ