ऐलक्विन
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ऐलक्विन
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 283 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | सीताराम जायसवाल |
ऐलक्विन यूरोपीय मध्ययुगीन शिक्षाशास्त्री। इसके समय में चार्ल्स महान् (742-814 ई.) का शासन था। चार्ल्स महान् ने समकालीन विद्वानों की सहायता से शिक्षा के विकास की ओर ध्यान दिया। ऐंलक्विन चार्ल्स महान् का प्रधान शिक्षा सलाहकार था। चार्ल्स महान ने ऐलिक्विन को इसलिए अपना शिक्षा सलाहकार नियुक्त किया कि उसकी शिक्षा रोमी परंपरा के अनुसार हुई थी। इसके अतिरिक्त ऐलक्विन कवित्त्व और दरबारी कला में अत्यंत निपुण था। यद्यपि ऐलक्विन में विशेष बुद्धि न थी और न वह प्रतिभाशाली ही था, फिर भी उसने अपनी व्यवहारकुशलता से चार्ल्स महान् को प्रभावित किया। इन्हीं सब कारणों से चार्ल्स महान् ने ऐलक्विन को सन् 782 ई. में 'पैलेस स्कूल' का प्रधान नियुक्त किया। इस स्कूल में राजघराने के बालक और बालिकाओं की शिक्षा का अच्छा प्रबंध था। इसमें अभिजात वर्ग के बालकों को भी शिक्षा दी जाती थी। ऐलक्विन ने चार्ल्स महान् के पैलेस स्कूल में कार्य करते हुए शिक्षा द्वारा समकालीन सभ्यता और संस्कृति के विकास में सहायता पहुँचाई। इस प्रकार ऐलक्विन मध्ययुगीन यूरोपीय शिक्षा के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ