कूमामोतो

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कूमामोतो (३२० ३९’ उ. पू. १३०० ३८’ पू. दे.) यह जापान के क्यूशू द्वीप के पश्चिम की ओर बहनेवाली शीरो नदी के दाहिने किनारे पर समुद्रतट से आठ किलोमीटर दूर स्थित एक नगर। वह कूमामोतो जिला तथा ह्योगो (Hiogo) प्रांत की राजधानी है तथा व्यापार तथा विद्या का केंद्र है। मीशूमी (Misumi) पत्तन, जो कूमामोतो एवं आशो (Aso) जिले का द्वार है, इस नगर के निकट ही दक्षिण पश्चिम में स्थित है। यह रेशमी वस्त्र उद्योग के लिए प्रसिद्ध है तथा समृद्ध हीरो क्षेत्र के चावल का व्यापारिक केंद्र है। यहाँ फौजी छावनी भी है। द्वितीय महायुद्ध में यह नगर जलकर नष्ट हो गया था। सन्‌ १९५२ ई. के भीषण बाढ़ में भी यह क्षतिग्रस्त हुआ। दोनों बार इस नगर का निर्माण नए ढंग से किया गया। सन्‌ १९५४ में यहाँ बुद्ध भगवान की स्मृति में ग्रेनाइट पत्थर की एक मीनार का निर्माण किया गया जो एशिया में अद्वितीय है। यहाँ १६वीं शताब्दी का एक विशाल दुर्ग है जो देखने योग्य है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ