भीमस्वामी

अद्‌भुत भारत की खोज
Bharatkhoj (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित ११:४५, २३ सितम्बर २०१५ का अवतरण
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
लेख सूचना
भीमस्वामी
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 9
पृष्ठ संख्या 34
भाषा हिन्दी देवनागरी
लेखक रामचंद्र पांडेय
संपादक फुलदेवसहाय वर्मा
प्रकाशक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1967 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी


भीमस्वामी छठी शताब्दी ई० के अंतिम चरण में इनकी स्थिति मानी जाती है। *इनका 'रावणार्जुनीय काव्य' प्रसिद्ध है। 27 सर्गों वाले इस काव्य में कार्तवीर्य अर्जुन तथा रावण के युद्ध का वर्णन है। *भट्टि काव्य की तरह इस काव्य में भी काव्य के बहाने संस्कृत व्याकरण के नियमों के उदाहरण उपस्थित किए गए हैं जिससे काव्यपक्ष कमजोर हो गया है।



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

[{भारत के कवि}]