अन्नपूर्णा
अन्नपूर्णा
| |
पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 130 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1973 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | चंद्रचूड़ मणि। |
अन्नपूर्णा धन, धान्य से पूर्ण कर देनेवाली दानशीला देवी। यह दुर्गा की मृदु रूप हैं और इनका भांडार अक्षय है। पुराणों में इनका बड़ा माहत्म्य है। इस देवी की तुलनार रोमन 'अन्ना पेरेन्ना' से की गई है जिनके नामों में भी विचित्र ध्वनिव्यंजना है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ