कोटा बराज
कोटा बराज
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 156 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | परमेश्वरीलाल गुप्त |
कोटा बराज कोटा नगर के राजमहल के निकट चंबल नदी पर राजस्थान और मध्य प्रदेश राज्यों के सहयोग से निर्मित सिंचाई बाँध जो 1960 में बनकर तैयार हुआ। इस बाँध के निर्माण में ६2 लाख घनफुट चट्टान काटे गए और लगभग ६1 लाख घनफुट पक्की कंकरीट की चिनाई हुई है तथा 3 करोड़ 40 लाख घनफुट मिट्टी और पत्थर हटाने का काम हुआ है। इसके निर्माण में 3 करोड़ 80 लाख रुपए व्यय हुए हैं। यह 1080 फुट लंबा, 905 फुट चौड़ा और 122।। फुट ऊँचा है। बाँध की बाईं ओर एक पक्की दीवार क पुश्ता है जिसमें 119 पक्की नालियाँ हैं। प्रत्येक में 40x40 के स्टील के बने अर्धवृत दरवाजे हैं। इसके जलभराव की क्षमता 4.417 एम. ए. फुट है। इस बाँध से दो मुख्य नहरें निकाली गई हैं। दाई नहर की लंबाई 375 किलोमीटर और बाई नहर की लंबाई 350 किलोमीटर है। इसके अधिकतम पानी का निकास 8, 80, 000 क्यूसेक्स है। इससे राजस्थान और मध्यप्रदेश की 14 लाख एकड़ भूमि की सिंचाई किए जाने का अनुमान है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ