खट
खट
| |
पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 286 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | परमेश्वरीलाल गुप्त |
खट भारतीय संगीत का एक राग। इस राग में ऋ षभ, धैवत, निषाद और शुद्ध और कोमल दोनों ही लगते हैं। गंधार केवल कोमल लगता है। षड्ज व पंचम ये दोनों स्वर अचल हैं। तीसरा स्वर मध्यम और शुद्ध लगता है। इसका वादी स्वर पंचम और संवादी षड्ज है। इसमें आसावरी, सुहा, कानड़ा, सारंग, देशी, गांधारी व सुघराई राग रागिनियों का मिश्रण भी है। इस कारण इसका गान सहज नहीं कहा जाता। इसे भैरव राग का पुत्र कहा गया है और प्रात: काल गेय है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ