चन्नपट्टण
चन्नपट्टण
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 4 |
पृष्ठ संख्या | 155 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | रामप्रसाद त्रिपाठी |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | हेम प्रिया देवी |
चन्नपट्टण स्थिति : 12° 45' उ.अ. तथा 77° 12' पू.दे.। यह मैसूर राज्य के बँगलोर जिले के दक्षिण पश्चिम भाग में बंगलोर से 37 मील दूर तालुक है। इसका मुख्य कार्यालय चन्नपट्टण है। इसका क्षेत्रफल ४२७ वर्ग मील है। इसे प्राकृतिक दृष्टि से दो भागों में विभाजित किया जा सकता है। पहला उत्तर और उत्तर-पश्चिम का भाग है जो पहाड़ियों तथा झाड़ियों से परिपूर्ण है। यहाँ तालाबों के अभाव के कारण सिंचाई का कार्य नहीं होता। दूसरा विभाग दक्षिण तथा दक्षिण-पश्चिम का मैदानी भाग है। यहाँ की मिट्टी उपजाऊ है। तालाबों की संख्या बहुत है जिससे सिंचाई की सुविधा है। अर्कावती, कानवा इत्यादि नदियाँ यहाँ बहती हैं। चन्नपट्टण नगर की जनसंख्या 26,467 (1961) है। धान, नारियल, पान, केला, ईख इत्यादि यहाँ की मुख्य उपज है। चन्नपट्टण का औद्योगिक क्षेत्र सुक्राबानपेटे के नाम से प्रसिद्ध है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ