जेकब जान क्रेमर
जेकब जान क्रेमर
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 221 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | परमेश्वरीलाल गुप्त |
जेकब जान क्रेमर (1827-1880 ई.)। डच उपन्यासकार। आर्नहेम में जन्म। चित्रकार के रूप में जीवन का आरंभ। 1855 ई. में पहली बार उसकी कहानियाँ प्रकाशित हुई। उनसे उसे ख्याति मिली और वे जर्मन और फ्रेंच में भी अनूदित हुईं। उसकी कहानियाँ डच के आंचलिक जीवन पर आधारित हैं और बेतुवे के विदन्धपूर्ण भाषा में लिखी गई है। बाद में उसने इस आंचलिक भाषा को छोड़कर व्यावहारिक डच भाषा में लिखना आरंभ किया। उनकी रचनाओं का संग्रह 1887-88 ई. में 12 खंडों में प्रकाशित हुआ।
टीका टिप्पणी और संदर्भ