जोनेस स्काटस एरिजेना
जोनेस स्काटस एरिजेना
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 247 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | श्रीकृष्ण सक्सेना |
एरिजेना, जोनेस स्काट्स (815-871) एक मध्यकालीन दार्शनिक एवं ईश्वरवादी जो 'जान द स्काट' के नाम से भी प्रसिद्ध है। उसकी जीवन संबंधी घटनाएँ अधिकांशत: अंधकार में हैं।
पूर्वकालीन अफलातूनी दर्शन ने नवीन विवेकवाद की ओर विचारों के संक्रमण में एरिजेना का स्थान महत्वपूर्ण है। वह आरिजेन, बेसिल, ओगस्तीन, मेक्सिमस आदि के विचारों का उपयोग कर पूर्व मध्यकालीन चिंतन का समन्वय उपस्थित करता है। वह विश्वदेववादी (पैथेइस्ट) था। उसके लिए धर्म की मान्यताएँ पूर्ण नहीं, विवेक ही मानदंड के रूप में अभीष्ट है : ईश्वर एवं प्रकृति स्व-स्व-रूप को विश्व के बौद्धिक क्रम में उपस्थित करती हैं, मानव सहित समस्त वस्तुएँ इसी बौद्धिक क्रम के अंग हैं, धर्म या दैवी अनुभूति इस सर्वोत्तम बौद्धिक जीवन के ही पहलू हैं।
एरिजेना कठोर नियतिवाद् का विरोधी था; स्वयं ईश्वर कालविधि से स्वतंत्र है, अत: उसके अनुसार भाग्यवाद को उसी सीमा तक स्वीकार किया जा सकता है जहाँ तक ईश्वर अपनी स्वतंत्र इच्छा से प्राणियों के क्रियाकलापों को स्वीकार करता है। एक अन्य स्थान पर एरिजेना लिखता है कि सृष्टि समस्त वस्तुओं के संग्रह का नाम है जिसके अंतर्गत 'अस्तित्व' एवं 'अनस्तित्व' दोनों समाहित हैं : (1) निर्माता किंतु अनिर्मित, (2) निर्मित, किंतु निर्माता नहीं, (3) निर्माता व निर्मित दोनों ही (4) न निर्माता,न निर्मित। इसमें प्रथम ईश्वर व द्वितीय-तृतीय समस्त सृष्टि है। चतुर्थ कोटि 'अनस्तित्व' की है। ईश्वर सृष्टिकर्ता एवं विचारों का अनंत स्रोत है, किंतु स्वयं निर्मित नहीं। अफलातून के आइडियाज़ की तरह परस्पर क्रमबद्ध विचार ईश्वर द्वारा निर्मित और स्वयं निर्माता है। 'अच्छाई' सर्वोत्तम विचार है, वस्तुओं का अस्तित्व इसी से है। स्वयं ईश्वर 'शुभ' है। ईश्वर मूलत: त्रि-स्वरूप है :मूल द्रव्य के रूप में पिता, विवेक के रूप में पुत्र और जीवन के रूप में आत्मा। बुराइयों का स्रोत मानव की इच्छाएँ हैं जो उन्हें भ्रमवश 'शुभ' समझ लेता है।[१]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सं.ग्रं.जे.एन.हूवर : स्कोतस एरिजेना; ए. गार्डनर : स्टडीज़ इन जान द स्काट; एच. बेट : जान स्काट एरिगे।