टामस एर्स्कीन
टामस एर्स्कीन
| |
पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 248 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | भगवतशरण उपाध्याय |
एर्स्कीन, टामस (1750-1823), लार्ड बुकन के पुत्र, एडिनबरा में जन्म। पहले बैरिस्टरी फिर राजनीति। 1783 में कोलिशन (मिश्रित) मंत्रिमंडल बनने पर वे पार्लमेंट के सदस्य निर्वाचित हुए। उनके वकालती भाषण अनुपम माने जाते हैं। उन्होंने 'मनुष्य के अधिकार' (द राइट ऑव मैन) के लेखक पेन की वकालत कर पार्लामेंट में अनेक शत्रु बनाए और उनका एटर्नी जेनरल का पद उनसे छीन लिया गया। उन्होंने अनेक प्रसिद्ध जनवर्गीय नेताओं के मुकदमों में उनकी और से बहस कर बड़ा नाम कमाया। उनमें साहस और निर्भीकता बड़ी थी और सरकार को रुष्ट करके भी उन्होंने जनता का कार्य साधने का कठिन प्रयत्न किया। कुछ काल के लिए लार्ड चांस्लर भी नियुक्त हुए थे।
टीका टिप्पणी और संदर्भ