सूअर

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सूअर (Pig) आर्टियोडेक्टिला गण (Order Artiodactyla) के सुइडी कुल (family Suidae) जीव, के जिनमें संसार के सभी जंगली और पालतू सूअर सम्मिलित हैं, इसके अंतर्गत आते हैं। इन खुर वाले प्राणियों की खाल बहुत मोटी होती है और इनके शरीर जो थोड़े बहुत बाल रहते हैं वे बहुत कड़े होते हैं। इनका थूथन आगे की ओऱ चपटा रहता है जिसके भीतर मुलायम हड्डी का एक चक्र सा रहता है जो थूथन को कड़ा बनाए रखता है। इसी थूथन के सहारे ये जमीन खोद डालते हैं और भारी-भारी पत्थरों को आसानी से उलट देते हैं।

सुअरों के कुकुरदंत उनकी आत्म रक्षा के हथियार हैं। ये इतने मजबूत और तेज होते हैं कि उनसे ये घोड़ों तक का पेट फाड़ डालते हैं। ऊपर के कुकुरदंत तो बाहर निकलकर ऊपर की ओर घूमे रहते हैं लेकिन नीचे के बड़े और सीधे रहते हैं। जब ये अपने जबड़ों को बंद करते हैं तो ये दोनों आपस में रगड़ खाकर हमेशा तेज और नुकीले बने रहते हैं।

सूअरों के खुर चार हिस्सों में बँटे होते हैं जिनमें से आगे के दोनों खुर बड़े और पीछे के छोटे होते हैं। पीछे के दोनों खुर टाँगों के पीछे की ओर लटके भर रहते हैं और उनसे इन्हें चलने में किसी प्रकार की मदद नहीं मिलती।

इन जीवों की प्राणशक्ति बहुत तेज होती है जिनकी सहायता से ये पृथ्वी के भीतर की स्वादिष्ट जड़ों आदि का पता लगा लेते हैं।

इनका मुख्य भोजन कंद मूल, गन्ना और अनाज है लेकिन इनके अलावा ये कीड़े-मकोड़े और छोटे सरीसृपों को भी खा लेते हैं। कुछ पालतु सुअर भिष्ठा भी खाते हैं।

सूअर पूर्वी और पश्चिमी गोलार्ध के शीतोष्ण और उष्ण देशों के निवासी हैं जो दो उपकुलों सुइना उपकुल (sub family suinae) और पिकैरिनी उपकुल (sub family peccarinae) में विभक्त हैं।

सुइनी उपकुल-इस उपकुल में यूरोप, एशिया और अफ्रीका के जंगली, सूअर आते हैं जिनमें यूरोप का प्रसिद्ध जंगली सूअर 'सुस स्क्रोफा' (sus scrofa) विशेष रूप से उल्लेखनीय है क्योंकि इसी से हमारी अधिकांश पालतू जातियाँ निकली हैं।

यह पहले इंग्लैंड में काफी संख्या में पाए जाते थे लेकिन अब इन्हें यूरोप के जंगलों में ही देखा जा सकता है। इनका रंग धुमैला-भूरा या कलछौंह सिलेटी होता है। सिर लंबोतरा, गरदन छोटी और शरीर गठीला होता है। ये करीब ४½ श्फुट लंबे और तीन फुट ऊँचे जानवर है जो अपने साहस और बहादुरी के लिए प्रसिद्ध हैं। नर के नोकीले और तेज कुकुरदंत ऊपरी होंठ के ऊपर बढ़े रहते हैं जिनसे ये आत्मरक्षा के समय बहुत भयंकर हमला करते हैं।

इन्हीं का निकट संबंधी दूसरा जंगली सूअर 'सुस क्रिस्टेटस' (sus cristatus) है जो भारते के जंगलों में पाया जाता है। यह इतना बहादुर होता है कि कभी-कभी युद्ध होने पर शेर तक का पेट फाड़ डालता है। यह भी कलछौंह सिलेटी रंग का जीव है जो ४½ फुट लंबा और ३ फुट ऊँचा होता है।

ये दोनों सीधे-सादे जीव हैं जो छेड़े जाने पर या घायल होने पर ही आक्रमण करते हैं। नर प्राय: अकेले रहते हैं और मादाएँ और बच्चे झुंड बनाकर इधर-उधर फिरा करते हैं। इन्हें कीचड़ में लोटना बहुत पसंद है और इनका गिरोह दिन में अक्सर गन्ने आदि के घने खेतों में आराम करता रहता है। मादा साल में दो बार ४-६ बच्चे जनती हैं जिनके भूरे शरीर पर गाढ़ी धारियाँ पड़ी रहती हैं।

इन दोनों प्रसिद्ध सूअरों के अलावा इनकी ओर भी कई जंगली जातियाँ एशिया, जापान और सिलीवीज (Celebese) में पाई जाती हैं जिनमें सुमात्रा और बोर्नियो का वियर्डेंड बाइल्ड बोअर, Bearded wild boar (sus barbatus) किसी से कम उल्लेखनीय नहीं है। इसका सिर बड़ा और कान छोटे होते हैं।

दूसका सब से छोटा जंगली सूअर, Pigmy wild Hog (Parculasalvania) जो नेपाल के जंगलों में पाया जाता है, केवल एक फुट ऊँचा होता है।

अफ्रीका के जंगलों के तीन जंगली सूअर बहुत प्रसिद्ध हैं। इनमें पहला बुश पिग, Bush Pig (Polamochoerus porcus) कहलाता है। यह दो फुट ऊँचा कलछौंह रंग का सूअर है जिसकी कई उप जातियाँ पाई जाती हैं।

दूसरा जंगली सूअर फारेस्ट हाग, Forest Hog (Hylochoerus meinertzhageni) कहलाता है। यह बुश पिग से ज्यादा काला और पौने तीन फुट ऊँचा सूअर है जो मध्य अफ्रीका के जंगलों में अकेले या जोड़े में ही रहना पसंद करता है।

अफ्रीका का तीसरा जंगली सूअर वार्ट हाग, Wart Hog (Phacochoerus Aethiopicus) कहलाता है जो सबसे भद्दा और बदसूरत सूअर है। इसका थूथन काफी चौड़ा और दाँत काफी लंबे होते हैं। यह दो ढाई फुट ऊँचा सूअर है जिसका रंग कलछौंह होता है।

पिकेरिनी उपकुल (Sub family Peccarinae) इस उपकुल में अमरीका के जंगली सूअर जो पिकैरी कहलाते हैं, रखे गए हैं। ये छोटे कद के सूअर हैं जो लगभग डेढ़ फीट ऊँचे होते हैं और जिनके ऊपर के कुकुरदंत अन्य सूअरों की भाँति ऊपर की ओर न उठे रहकर नीचे की ओर झुके रहते हैं। इनकी पीठ पर एक गंधग्रंथि रहती है जिससे ये एक प्रकार की गंध फैलाते चलते हैं।

इनमें कालर्ड पिकैरी, Collared peccary (Pecari Tajacu) सबसे प्रसिद्ध है जो कलछौंह सिलेटी रंग का जीव है और जिसके कंध पर सफेद धारियाँ पड़ी रहती हैं।

सूअर जंगली जातियों से कब पालतू किए गए यह अभी तक एक रहस्य ही बना हुआ है लेकिन चीन के लोगों का विश्वास है कि ईसा से २९०० वर्ष पूर्व चीन में पहले पहल सुअर पालतू बनाए गए। उनसे पहले तो मेहतरों का काम लिया जाता था लेकिन जब यह पता चला कि इनका मांस बहुत स्वादिष्ट होता है तो ये माँस के लिए पाले जाने लगे। ऐसा अनुमान किया जाता है कि सूअरों की पालतू जातियाँ यूरोप के जंगली सूअर सस्क्रोप (Suss scrofa) और भारत के जंगली सूअर सस क्रिस्टेटस (sus cristatus) से एशिया में निकाली गई। उसके बाद चीन के सूअर और यूरोप के सूअर से वे जातियाँ निकलीं जो इस समय सारे यूरोप और अमरीका में फैली हुई हैं।

सूअर काफी बच्चे जनने वाले जीव हैं। जंगली सूअरियाँ एक बार में जहाँ ४-६ बच्चे देती हैं वहीं पालतू सूअरों की मादा ४ से १० तक बच्चे जनती हैं।

ये बेलनाकार शरीर वाले भारी जीव हैं जिनकी खाल मोटी और दुम छोटी होती है। प्रौढ़ होने पर इनके दाँतों की संख्या ४४ तक पहुँच जाती है।

ये बहुत हठी और बेवकूफ जानवर हैं, जिनमें जंगलों में रहने वाले तो फुर्तीले जरूर होते हैं, लेकिन पालतू अपने चरबीले शरीर के कारण काहिल और सुस्त होते हैं।

संसार में सबसे अधिक सूअर चीन में हैं; उसके बाद अमरीका का नंबर आता है। इन दोनों देशों के सूअरों की संख्या संसार भर के सूअरों के आधे के लगभग पहुँच जाती है।

पालतू सूअर संसार के प्राय: सभी देशों में फैले हुए हैं और भिन्न-भिन्न देशों में इनकी अलग-अलग जातियाँ पाई जाती हैं। यहाँ उनमें से केवल १३ जातियों का संक्षिप्त वर्णन दिया जा रहा है जो बहुत प्रसिद्ध हैं।

  1. बर्क शायर (Berkshire)-इस जाति के सूअर काले रंग के होते हैं जिनका चेहरा, पैर और दुम का सिरा सफेद रहता है। यह जाति इंग्लैंड में बनाई गई है। जहाँ से यह अमरीका में फैली। इनका माँस बहुत स्वादिष्ट होता है।
  2. चेस्टर ह्वाइट (Chester white)-इस जाति के सूअरों का रंग सफेद होता है और खाल गुलाबी रहती है। यह जाति अमरीका के चेस्टर काउन्टी में बनाई गई और केवल अमरीका में ही फैली है।
  3. ड्यूराक (Duroc)- यह जाति भी अमरीका से ही निकली है। इस जाति के सूअर लाल रंग के होते हैं जो काफी भारी और जल्द बढ़ जाने वाले जीव हैं।
  4. हैंपशायर (Hampshire)-यह जाति इंग्लैंड में निकाली गई है लेकिन अब यह अमरीका में भी काफी फैल गई है। इस जाति के सूअर काले होते हैं जिनके शरीर के चारों और एक सफेद पट्टी पड़ी रहती है। यह बहुत जल्द बढ़ते और चरबीले हो जाते हैं।
  5. हियरफोर्ड (Hereford)- यह जाति भी अमरीका में निकाली गई है। ये लाल रंग के सूअर हैं जिनका सिर, कान, दुम का सिरा और शरीर का निचला हिस्सा सफेद रहता है। ये कद में अन्य सूअरों की अपेक्षा छोटे होते हैं और जल्द ही प्रौढ़ हो जाते हैं।
  6. लैंडरेस (Landrace)-इस जाति के सूअर डेनमार्क, नार्वे, स्वीडन, जर्मनी और नीदरलैंड में फैले हुए हैं। ये सफेद रंग के सूअर हैं जिनका शरीर लंबा और चिकना रहता है।
  7. लार्ज ब्लैक (Large Black)- इस जाति के सूअर काले होते हैं जिनके कान बड़े और आँखों के ऊपर तक झुके रहते हैं। यह जाति इंग्लैंड में निकाली गई और ये वहीं ज्यादातर दिखाई पड़ते हैं।
  8. मैंगालिट्जा (Mangalitza) -यह जाति बाल्कन स्टेट में निकाली गई है और इस जाति के सूअर हंगरी, रूमानियाँ और यूगोस्लाविया आदि देशों में फैले हुए हैं। ये या तो घुर सफेद होते या इनके शरीर का ऊपरी भाग भूरापन लिए काला और नीचे का सफेद रहता है। इनको प्रौढ़ होने में लगभग दो वर्ष लग जाते हैं और इनकी मादा कम बच्चे जनती है।
  9. पोलैंड चाइना (Poland China)-यह जाति अमर को ओहायो (Ohio) प्रदेश की बट्लर और वारेन (Butler and Warren) काउंटी में निकाली गई है। ड्यूराक जाति की तरह यह सूअर भी अमरीका में काफी संख्या में फैले हुए हैं। ये काले रंग के सूअर हैं जिनकी टाँगें, चेहरा और दुम का सिरा सफेद रहता है। ये भारी कद के सूअर हैं जिनका वजन १२-१३ मन तक पहुँच जाता है। इनकी छोटी, मझोली और बड़ी तीन जातियाँ पाई जाती हैं।
  10. स्पाटेड पोलैंड चाइना (Spotted Poland China)-यह जाति भी अमरीका में निकाली गई है और इस जाति के सूअर पोलैंड चाइना के अनुरूप ही होते हैं। अंतर सिर्फ यही रहता है कि इन सूअरों का शरीर सफेद चित्तियों से भरा रहता है।
  11. टैम वर्थ (Tam Worth)-यह जाति इंग्लैंड में निकाली गई जो शायद इस देश की सबसे पुरानी जाति है। इस जाति के सूअरों का रंग लाल रहता है। इसका सिर पतला और लंबोतरा, थूथन लंबे और कान खड़े और आगे की ओर झुके रहते हैं। इस जाति के सूअर इंग्लैंड के अलावा कैनाडा और यूनाइटेड स्टेट्स में फैले हुए हैं।
  12. वैसेक्स सैडल बैक (Wessex Saddle Back)-यह जाति भी इंग्लैंड में निकाली गई हैं। इस जाति के सूअरों का रंग काला होता है और उनकी पीठ का कुछ भाग और अगली टाँगें सफेद रहती हैं। ये अमरीका के हैंपशायर सूअरों से बहुत कुछ मिलते-जुलते और मझोले कद के होते हैं।
  13. यार्कशायर (Yorkshire)-यह प्रसिद्ध जाति वैसे तो इंग्लैंड में निकाली गई है लेकिन इस जाति के सूअर सारे यूरोप, कैनाडा और यूनाइटेड स्टेट्स में फैल गए हैं। ये सफेद रंग के बहुत प्रसिद्ध सूअर हैं जिनकी मादा काफी बच्चे जनती है। इनका मांस बहुत स्वादिष्ट होता है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ