अर्जेंटीना
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अर्जेंटीना
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 430 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | डॉ. राधिका नारायण माथुर |
आर्जेंटीना क्षेत्रफल एवं जनसंख्या की दृष्टि से दक्षिणी अमरीका का, ब्राजील देश के बाद, द्वितीय विशालतम देश है (क्षेत्रफल: 27,76,656 वर्ग कि.मी.)। देश 22° द.अ. तथा 55° द.अ. के मध्य 37,700 कि.मी. की लंबाई मे उत्तर दक्षिण फैला हुआ है। इसकी आकृति एक अधोमुखी त्रिभुज के समान है जो लगभग 2,600 कि.मी. चौड़े आधार से दक्षिण की ओर संकरा होता चला गया है। उत्तर में यह बोलिविया एवं परागुए, उत्तर, पूर्व में युरुगए तथा ब्राजील और पश्चिम में चिली देश से घिरा है। चांदी के लिए प्रयुक्त लैटिन तथा स्पैनिश पर्यायवाची शब्दों से ही, जो क्रमश: 'अर्जेटम' एवं 'प्लाटा' हैं, अर्जेटीना और रायो डी ला प्लाटा (देश की महान् एस्चुअरी) का नामकरण हुआ है।
आरंभ में यह उपनिवेश था जिसकी स्थापना स्पेन के चार्ल्स तृतीय ने पुर्तगाली दबाव को रोकने के लिए की थी। सन् 1810 ई. में देश की जनता ने स्पेन की सत्ता के विरुद्ध आंदोलन आरंभ किया जिसके परिणाम स्वरूप 1816 ई. में यह स्वतंत्र हुआ। परंतु स्थायी सरकार की स्थापना 1853 ई से ही संभव हुई।
आर्जेटीना गणतंत्र के अतंर्गत 22 राज्यों के अतिरिक्त एक फेडरल जिला तथा टेरा डेल फ्यूगो, अंटार्कटिका महाद्वीप के कुछ भाग और दक्षिणी अतलांतक सागर के कुछ द्वीप हैं।
प्रकृतिक दशा - पश्चिम के पर्वतीय क्षेत्रफल को छोड़कर देश का अन्य शेष भाग मुख्यत: निम्न भूमि है। देश सामान्यत: चार स्थलाकृतिक प्रदेशों में विभक्त हो जाता है: ऐंडीज़ पर्वतीय प्रदेश, उत्तर का मैदान, पंपाज़ और पैटागोनिया।
ऐंडीज़ पर्वतीय प्रदेश के अंतर्गत देश का लगभग 30 प्रतिशत भाग आता है। पश्चिम में उत्तर दक्षिण फैली इस पर्वतश्रेणी का उत्थान तृतीयक कल्प में आल्प्स गिरि-निर्माण-काल में हुआ था। यह चिली देश के साथ प्राकृतिक सीमा निर्धारित करती है। इस श्रेणी में ही, मध्य एशिया के पश्चात् सीमा निर्धारित करती है। इस श्रेणी मे ही, मध्य एशिया के पश्चात्, विश्व के उच्चतम शिखर स्थित हैं, जैसे माउंट अकोंकागुआ (7,023 मीटर), मर्सीडरियो (6,672 मीटर) और टुपनगाटो (6,802 मीटर)। इस प्रदेश में अंगूर, शहतूत तथा अन्य फल बहुतायत से पैदा होते हैं।
उत्तर के मैदानी प्रदेश के अंतर्गत चैको मैसोपोटामिया तथा मिसिओनेज़ क्षेत्र हैं। इस प्रदेश में जलोढ के विस्तृत निक्षेप पाए जाते हैं। अधिकांश भाग वर्षा में बाढ़ग्रस्त हो जाते हैं। चैको क्षेत्र वनसंसाधन में धनी है तथा मिसिओनेज़ में यर्बा माते (एक प्रकार की चाय) की खेती होती है। पराना, परागुए आदि नदियों से घिरा मैसोपोटामिया पशुओं के लिए प्रसिद्ध है।
देश के मध्य में स्थित पंपाज़ प्रदेश अत्यधिक उपजाऊ और विस्तृत समतल घास की मैदान है। यह देश का सबसे समृद्धिशाली भाग है जिसमें 80 प्रतिशत जनसंख्या रहती है। कृषि एवं पशुपालन उद्योगों के कुल उत्पादन का लगभग दो तिहाई भाग यहीं से प्राप्त होता है।
पैटागोनिया प्रदेश रायो निग्रो से दक्षिण की ओर देश के दक्षिणी छोर तक फैला है (क्षेत्रफल: 7,77,000 वर्ग कि.मी.)। यह अर्धशुष्क एवं अल्प जनसंख्यावाला पठारी प्रदेश है। यहाँ विशेष रूस से पशु पालन का कारबार होता है।
नदियां ऐंडीज़ पर्वत अथवा उत्तर की उच्च भूमि से निकलकर पूर्व की ओर प्रवाहित होती है और अतलांतक सागर में गिरती हैं। पराना, परागुए तथा युरुगुए मुख्य नदियां हैं।
देश की जलवायु प्रधानत: शीतोष्ण है। परंतु, उत्तर में चैको की अत्याधिक उष्ण जलवायु , मध्य में पंपाज़ की सम ओर सुहावनी जलवायु, तथा उपअंटार्कटिक शीत से प्रभावित दक्षिणी पैटागोनिया का हिमानी क्षेत्र जलवायु की विविधता को प्रदर्शित करते हैं। देश का यथेष्ट अक्षांशीय विस्तार तथा उच्चावच का विशिष्ट अंतर ही इस विविधता के प्रधान कारण है। अधिकतम ताप (550सें.) उत्तरी छोर पर और निम्नतम (180सें.) दक्षिणी छोर पर मिलते हैं। वर्षा की मात्रा पूर्व से पश्चिम की ओर घटती जाती है।
जलवायु, मिट्टी और उच्चावच में विशिष्ट क्षेत्रीय विभिन्नताओं के कारण ही देश में उष्णकटिबंधीय वर्षावाले वनों से लेकर मरुस्थलीय कांटेदार झाडियां तक पाई जाती हैं।
जनसंख्या एवं नगर - देश की जनंसख्या का अधिकांश, कुछ समय पूर्व से (1880 ई.), आप्रवासित यूरोपवासी (मुख्यत: इटली एवं स्पेन निवासी) हैं। अन्य दक्षिणी अमरीका के देशों के विपरीत यहाँ नीग्रो अथवा इंडियन आदिवासियों की संख्या नगण्य है। इस प्रकार देशवासियों में प्रजातीय एवं सांस्कृतिक समानताएं मिलती हैं। जनसंख्या का घनत्व आठ मुनष्य प्रति वर्ग किलोमीटर है। जनंसख्या की वृद्धि के लिए भूमि में पर्याप्त क्षमता है। स्पैनिश राष्ट्रभाषा है। 95 प्रतिशत मनुष्य रोमन कैथॉलिक हैं। राष्ट्रीय साक्षरता 91 प्रतिशत है।
देश की कुल जनसंख्या लगभग 2,33,19,000 (1970) हैं जिसमें से करीब 70 प्रतिशत नगरों में रहते हैं। नगरीय जनसंख्या के आधे प्राणी ग्रेटर ब्यूनस आयर्स में वास करते हैं। इस क्षेत्र की गणना विश्व के विशालतम महानगरीय क्षेत्रों में होती है। मुख्य नगरों की जनसंख्या (1960 ई.) इस प्रकार है: ब्यूनस आयर्स-29,66,816; रोज़ैरियो-6,71,852; कार्डोबा-5,89,153; ला प्लाटा-3,30,310; मार डेल प्लाटा-3,20,000 (अनुमानित), तुकुमन-2,87,004; सांता फे-2,59,560, पराना-1,74,272; बाहिया ब्लैंका-1,50,354; साल्टा-1,21,491; कोरियेंटीयज़-1,12,725 तथा मैंडोजा-1,09,149।
यातायात-रेल मार्ग एवं राष्ट्रीय महामार्ग की कुल लंबाई क्रमश: 42,193 तथा 59,000 कि.मी. (1970) थी। लगभग 15,00,000 मोटर गाड़ियां सड़कों पर चल रही थीं। पराना, युरुगुए तथा परागुए नदियां अंतर्देशीय जल यातायात के लिए विश्वविख्यात हैं। ब्यूनस आयर्स एवं ला प्लाटा (दोनों प्लाटा एस्चुअरी पर स्थित) और बाहिया ब्लैका मुख्य पत्तन हैं। पराना नदी पर रोज़ेरियो सबसे बड़ा अंतर्देशीय पत्तन है ब्यूनस आयर्स पश्चिमी गोलार्ध का, न्यूयार्क के बाद, दूसरा विशालतम पत्तन है तथा इसके अंतर्गत देश का 80 प्रतिशत आयात निर्यात आता हैं।
आर्थिक दशा - आर्जेटीना विश्व का एक महत्वपूर्ण खाद्य उत्पादक और खाद्य निर्यातक देश हे। गेहूँ मुख्य व्यावसायिक फसल है जिसकी अधिकतम खेती पंपाज़ में होती है। इस प्रदेश की अन्य महत्वपूर्ण फसलें मक्का, जौ, जई, पटुआ और अल्फाल्फा हैं। यर्बा माते, सोयाबीन, सूरज मुखी के बीज, गन्ना कपास, अंगूर जैतून इत्यादि का उत्पादन देश के अन्य भागों में काफी मात्रा में होता है।
मांस, चमड़ा तथा ऊन के उत्पादन एवं निर्यात की दृष्टि से आर्जेटीना विश्व का एक महत्वपूर्ण देश है। पशुपालन उद्योग मुख्यत: पंपाज़ प्रदेश में विकसित किया गया है। देश में डेरी उद्योग का भी यथेष्ट विकास हुआ है। मत्स्यक्षेत्रों के विकास की संभावनाओं को लेकर यह देश आगे बढ़ रहा है।
खनिज संसाधन - इसमें देश निर्धन हे। सीसा, जस्ता, टंगस्टन, मैंगनीज़, लोहा और बेरीलियम ही यहाँ के उल्लेखनीय खनिज हैं। मिट्टी का तेल भी आर्जेटीना का मुख्य खनिज है जो मुख्यतया पैटागोनिया प्रदेश में मिलता है। यांत्रिक ऊर्जा में भी देश निर्धन है यद्यपि पेट्रेलियम के उत्पादन में अब वृद्धि हो रही है।
औद्योगिक विकास - मुख्यत: ब्यूनस आयर्स फ़ेडरल कैपिटल में (32 प्रतिशत), ब्यूनस आयर्स राज्य (32 प्रतिशत) तथा सांता फे (10 प्रतिशत) में केंद्रित है। वस्तुनिर्माण उद्योग की वृद्धि का कृषि एवं पशुपालन उद्योगों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। मांस को डिब्बों में बंद करना, कांच, श्रृंगारसामग्री, रंग, हल्की मशीनों, यंत्र, वस्त्र, वस्तुनिर्माण की मशीनों और बिजली की मोटरों आदि का निर्माण महत्वपूर्ण उद्योग है।
विदेशी व्यापार - यहाँ से मांस, धान्य फसलों, अलसी तथा अलसी का तेल, ऊन, चमड़ा, वन्य एवं दुग्ध पदार्थ और पशुओं का निर्यात होता है। मशीनों, ईधन एवं स्नेहक, लोहा तथा इस्पात से निर्मित वस्तुओं, लकड़ी, खाद्यपदार्थ, रसायन एवं ओषधि, अलौह धातु तथा उनसे निर्मित सामान का यहाँ आयात किया जाता है। यह व्यापार मुख्यत: संयुक्त राज्य अमरीका ,ब्रिटेन, बाज़ीज, पश्चिमी जर्मनी, नीदरलैंड, इटली, वेनेज्युला तथा फ्रांस से होता है।
वर्तमान दशा एवं भविष्य - यद्यपि इस देश के नगरों में जनसंख्या का ऊँचा अनुपात है, तो भी अर्जेटीना एक परंपराबद्ध ग्रामीण खेतिहर देश है। 1910 ई. से ही देश ग्रामीण समाज और ग्रामीण अर्थतंत्र से नगरीय समाज और औद्योगिगक अर्थतंत्र में परिणत हो रहा है। इस परिवर्तन से सामजिक टांचे में यथेष्ट तनाव उत्पन्न हुआ है। परंतु संसाधनों के शोषण में निरंतर वृद्धि के परिणामस्वरूप देश की गणना अवश्य ही निकट भविष्य में विश्व के प्रमुख समृद्धिशाली देशों में हो जायगी।
टीका टिप्पणी और संदर्भ