अल्बर्ट झील
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अल्बर्ट झील
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 265 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | श्री मती विभा मुखर्जी |
अल्बर्ट झील अफ्रीका महादेश के युगांडा राज्य में 1° 9¢ से 2° 17¢ द. तथा दे. 30° 30¢ से 31° 35¢ पू. तक विस्तृत एक बृहत् जलाशय है। यूरोपियनों को इसका पता सन् 1864 में चला। इसका क्षेत्रफल 1,640 वर्ग मील है;अधिकतम लंबाई 100 मील, चौड़ाई 22 मील तथा गहराई 55 फुट है। इसकी सतह् की औसत उँचाई समुद्रतल से 2,030 फुट है जो ऋतु के अनुसार बदलती रहती है पैलेस्टाइन की जार्डन नदी की घाटी से लेकर लालसागर होती हुई अबिसीनिया के भीतर से केनिया कालोनी तक विस्तृत एक विशाल निभंग उपत्यका है (ग्रेट रिफ्ट वैली) और अल्बर्ट झील यूगांडा राज्य की इसी उपत्यका के पश्चिमी भाग के उत्तरी सिरे पर स्थित है। इसके आसपास कई गर्म सोते पाए जाते हैं। किबीरो के पास लवणमय जल का भी एक सोता है जिससे नमक एकत्र करना यहाँ का एक प्रमुख व्यवसाय है।
अल्बर्ट झील के पूर्वी तथा पश्चिमी किनारे पर स्थित निभंग उपत्यका की पहाड़ी सीधी खड़ी है तथा इसका पाददेश झील की सतह को स्थान-स्थान पर छूता है। झील का संकरा उपकूल कई स्थानों पर घने जंगलों से आवृत है और चारों ओर पठार पर कहीं संकरी, चौड़ी सीढ़ियां धीरे-धीरे ऊपर तक चली गई हैं। पूर्वी किनारे की पहाड़ियां लगभग 1,000 से 2,000 फुट तक ऊँची हैं और पश्चिम तट की पहाड़ियों में कई नुकीली चोटियां हैं जिनमें से अनेक 8,000 फुट तक ऊँची हैं। इन दोनों किनारों में स्थान-स्थान पर गहरी खाइयां दिखाई पड़ती हैं। इन खाइयों पर से तथा पठारों के किनारों से बहनेवाली नदियों में कई सुंदर जलप्रपात हैं जो इस झील के सौंदर्य को और बढ़ा देते हैं। झील के दक्षिण में सेमलिकी नदी की प्रशस्त घाटी है और एडवर्ड झील का पानी इस नदी द्वारा अल्बर्ट झील में आकर गिरता है। पानी के अतिरिक्त सेमलिकी नदी द्वारा प्रचुर जलोढक (तलछट) भी अल्बर्ट में आ पहुँचता है। झील के उत्तर में पूर्वी किनारे पर विक्टोरिया नाइल नदी आकर इसमें मिलती है जो झील के समांतर दक्षिण दिशा में बहती हुई आती है। उत्तर में अल्बर्ट झील संकरी होती गई है और आगे चलकर एक संकीर्ण पहाड़ी के बीच से बहर-अल-जाबेल नामक एक छोटी नदी के रूप में निकली है।
अल्बर्ट झील धीरे-धीरे छोटी होती जा रही है। यह अनुमान किया जाता है कि इसकी पुरानी सतह से वर्तमान सतह लगभग 1,000 फुट नीचे है। वैज्ञानिकों की धारण है कि भूचाल अथवा अपक्षरण के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ