आंब्रोज
चित्र:Tranfer-icon.png | यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |
आंब्रोज
| |
पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 332 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | डॉ. सरोजिनी चतुर्वेदी |
आंब्रोज (340-371) मिलान के विशप; जन्म त्रीब्ज़ में। प्राचीन ईसाई धर्म के अगस्तिन, जेरोम और ग्रेगरी महान् की श्रेणी के संत। इन्होंने धार्मिक भावना से ओतप्रोत पर सरल बोधगम्य भाषा में अनेक भजनों की रचना की जो बाद के भजनों के लिए आदर्श सिद्ध हुए। इनके पिता प्रीफेक्ट और माता विदुषी एवं दयावान् स्त्री थीं। इन्हें रोम में शिक्षा मिली थी, तदुपरांत मिलान के बिशप हुए। अपना धन इन्होंने गरीबों में बांटकर ईसाई धर्म के प्रचार में जीवन लगा दिया।
टीका टिप्पणी और संदर्भ