आइसलैंड
चित्र:Tranfer-icon.png | यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |
आइसलैंड
| |
पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 335 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | डॉ. उजागर सिंह |
आइसलैंड (1969 में जनसंख्या 2,03,442) उत्तरी ऐटलांटिक महासागर में स्थित एक द्वीप है जिसका विस्तार 63° 12' उत्तरी आक्षांश से 66° 33' उत्तरी आक्षांश तथा 13° 22' पुर्वी देशांतर से 24° 35' पुर्वी देशांतर तक है। इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 39,758 वर्ग मील है। संपूर्ण द्वीप ज्वालामुखी चट्टानों द्वारा निर्मित पठार है जिसका केवल भाग अपेक्षाकृत नीचा है। आइसलैंड के अधिकांश लोग इसी निचले भाग में बसे हुए हैं।
द्वीप का करीब 13 प्रतिशत भाग हिमाच्छादित रहता है जिसमें लगभग 120 हिमनदियाँ (ग्लेशियर) पाई जाती हैं। यहाँ के सबसे बड़े ग्लेशियर 'वट्नाजोकुल' का क्षेत्रफल लगभग 150 से 200 वर्ग मील तक है।
आइसलैंड में बहुत सी झीलें हैं। इनमें से कुछ ग्लेशियरों द्वारा निर्मित हुई हैं और कुछ ज्वालामुखी के क्रेटर में पानी भर जाने के कारण। सबसे बड़ी झीलों में थिंगवालवत एवं थोरिसयत मुख्य हैं। इनमें से प्रत्येक का क्षेत्रफल 27 वर्ग मील है।
यह द्वीप संसार के उन ज्वालामुखी प्रदेशों में से हैं जहाँ तृतीयक काल से अब तक लगातार उद्गार होते आए हैं। 100 से अधिक ज्वालामुखी पर्वत तथा हजारों क्रेटर इस द्वीप में फैले हुए हैं, जिनसे निर्मित लावा प्रदेश का क्षेत्रफल लगभग 4,650 वर्ग मील है। इन उद्गारों के कारण यहाँ प्राय: भूचाल आया करता है। गरम पानी के अनेक सोते तथा फव्वारे (गाइसर) भी इसी कारण यहाँ मिलते हैं।
आइसलैंड की जलवायु गल्फस्ट्रीम नामक गरम धारा के प्रभाव से उसी अक्षांश में स्थित अन्य देशों की अपेक्षा अधिक गर्म है। यहाँ का साधारण वार्षिक ताप 39.4° फा. है। शीतकाल के अत्याधिक ठंडे मास (जनवरी) का औसत ताप 34.2° फा. तथा गर्मी की ऋतु के अधिकतम उष्ण मास (जुलाई) का ताप 51.6 फा. है। यहाँ के निचले मैदानों की औसत वार्षिक वर्षा 51 इंच तथा ऊँचे भागों की औसत वर्षा 79.7 इंच है।
यहाँ की वनस्पतियाँ पश्चिमी यूरोपीय प्रदेश तथा आर्कटिक प्रदेश की वनस्पतियों के समान हैं। घास तथा छोटे पौधे (तीन फुट से 10 फुट तक के) ही अधिक उगते हैं। भूर्ज वृक्ष (बर्च) यहाँ का मुख्य पौधा हे। जीवजंतु कम मिलते हैं। ध्रवुप्रदेशीय रीछ, लोमड़ी आदि जानवर कहीं कहीं दिखाई पड़ जाते हैं। परंतु आस पास के समुद्रों में सील, हेल, कॉड, हेरिंग आदि मछलियाँ अधिक मिलती हैं। मछली पकड़ना यहाँ का मुख्य उद्यम है। निर्यात की वस्तुओं में मछली तथा मछली से बनी वस्तुएँ, विशेषकर कॉड एवं शार्क लिवर आयल, मुख्य हैं।
जून, सन 1944 से यह देश पूर्ण स्वतंत्र बना दिया गया है। इसकी राजधानी रेकजाविक (1970 ई. में जनसंख्या 81,693) है।
अपनी विशेष स्थिति के कारण इसका सामरिक महत्व बढ़ता जा रहा है और यह अमरीका का एक प्रमुख सैनिक अड्डा बन गया है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ