आउग्सबर्ग
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आउग्सबर्ग
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 336 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | डॉ. नृपेंद्रकुमार सिंह |
आउग्सबर्ग जर्मनी के पश्चिमी भाग में बवेरिया का एक शहर है। यह म्यूनिख से 35 मील उत्तर पश्चिम में वेरटाख तथा लेख नदी के संगम पर 1,500 फुट की ऊँचाई पर बसा है। 14 ई.पू. में आगस्टस बादशाह द्वारा रोमन साम्राज्य की चौकी (आउटपाँचस्ट) के रूप में इसकी स्थापना हुई थी। आउग्सबर्ग यूरोप का एक महत्वपूर्ण तथा संपन्न शहर था, क्योंकि यह उत्तरी तथा दक्षिणी यूरोप को मिलानेवाले मार्ग पर था। 1276 ई. में यह एक सुंदर साम्राज्यवादी शहर बन गया। 1703 ई. में निर्वाचित बवेरिया राज्य द्वारा बमों से नष्ट किया गया तथा 1803 की लड़ाई में भी बहुत कुछ नष्ट हुआ। यहाँ का रेनेसाँ टाउनहाल जिसमें गोल्डेन हाल नामक सभाभवन भी है, जर्मनी में सबसे अच्छा है। यह भवन 173 फुट लंबा, 59 फुट चौड़ा तथा 53 फुट ऊँचा है। अप्रैल, 1954 ई. में संयुक्त राज्य की फौज ने इसको अपने अधिकार में कर लिया। यह नगर मध्ययुग में व्यावसायिक तथा व्यापारिक केंद्र के रूप में प्रसिद्ध था, परंतु आज औद्योगिक रूप में प्रसिद्ध है। सूती उद्योग, कलपुर्जे, रासायनिक वस्तुएँ, यंत्र कागज की वस्तुएँ, चमड़े के सामान, इंजन तथा सोने चाँदी के सामान यहाँ बनाए जाते हैं। द्वितीय महायुद्ध में यह पोत के डीजल इंजिन बनाता था। 1969 में इसकी जनसंख्या 2,14,376 थी।
टीका टिप्पणी और संदर्भ