आनंदभैरव
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आनंदभैरव
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 375 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | डॉ. सद्गोपाल |
आनंदभैरव संगीत के प्राचीन भारतीय पंडितों के अनुसार रागों के प्रमुख छह भेद बताए गए हैं, यथा भैरव,श्री, मालकास, दीपक, मेघ और हिंडोल। आनंभैरव तथा वसंतभैरव राग भैरव के दो विभेद हैं, यद्यपि आजकल इन विभेदों का प्रचलन नहीं रह गया है। भैरव प्रात:काल का राग है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ