आरांथा
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आरांथा
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 422 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | श्री अवींद्र्कुमार विद्यालंकार |
आरांथा पेथ्नो पाबलो आबार्का थ बोलया (1719-98), काउंट, स्पैनिश सेनापति और मंत्री। अरागान के अंतर्गत ह्यूएस्का के समीप ऐत्ता दो किले में 1 अगस्त, 1719 को पैदा हुआ। जीवन का पहला भाग यात्रा, सेना और राजनीति में बीता। इसने स्पेनी सेना में प्रशियाई प्रणाली कवायद चलाई। सैनिक ठेकेदारों को दंड न देने पर रुष्ट होकर इसने डाइरेक्टर जनरल के पद से इस्तीफा दे दिया लेकिन चार्ल्स तृतीय का कृपापात्र बना रहा। कास्तिल कौंसिल का अध्यक्ष बनाया गया। यहाँ इसने अनेक सुधार किए।
यह अनथक परिश्रमी और लोकप्रिय, किंतु साथ ही अभिमानी और असहिष्णु भी था। फाकलैंड द्वीप के मामले में स्पेन को नीचा देखना पड़ा और इस अपमान के लिए यही जिम्मेदार ठहराया गया। अत: राजदूत बनाकर पेरिस भेजा गया जहाँ 1777 तक रहा। चार्ल्स चतुर्थ के समय 1792 में अल्पकाल के लिए प्रधानमंत्री बना। इसका स्वभाव बहुत उग्र हो गया था। क्रोध अनियंत्रित था। राजा तक से मजाक करता था, फलत: कैद किया गया। 9 जनवरी, 179८ को इसका स्वर्गवास हो गया।
टीका टिप्पणी और संदर्भ