इंडियम

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लेख सूचना
इंडियम
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1
पृष्ठ संख्या 499
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पाण्डेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1964 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक कैलाशचंद्र शर्मा

इंडियम एक तत्व का नाम है। यह मुलायम, आघातवर्ध्य, सहजगलनीय, रजतश्वेत धातु है जो प्रकृति में मुक्त अवस्था में नहीं पाई जाती। व्यापारिक वंग में इंडियम रहता है। सिलिंड्राइट नामक खनिज में यह 10 प्र.श. तक मिलता है। पश्चिमी यूटा में पाए जानेवाले पेग्मैटाइट में इसकी मात्रा सबसे अधिक है। जस्ते के शोधन में प्राप्त सीसा इंडियम का प्रमुख स्रोत हैं।

इंडियम का उपयोग बहुमूल्य धातुओं के साथ मिश्रधातु के रूप में, आभूषणों में, दंत व्यवसाय में, कम गलनांक वाली मिश्र धातुओं और काँच को सील बंद करने के लिए प्रयुक्त मिश्र धातुओं के रूप में परमाणु रिऐक्टर में, न्यूट्रान सूचक के रूप में, अर्धचालकों के रूप में और वायुमानों में सीसलेपित रजत बेयरिंग के लिए मुलम्मों के रूप में होता है।

आर्वत सारणी में इसका स्थान तीसरे वर्ग में हैं। इसका प्रतीक In, परमाणु क्रमांक 49, परमाणु भार114.8, गलनांक 156.34° सें., क्वथनांक 2100° सें. तथा संयोजकता 3 है।[१]

इंडिया आफिस लाइब्रेरी (विदेशी तथा राष्ट्रमंडलीय कार्यालय) में लगभग 2,60,000 यूरोप तथा पूर्वी देशों में मुद्रित पुस्तकें, 35,000 हस्तलेख, पूर्व और विशेषत:भारत से संबंधित 11,000 ब्रितानी चित्र (पेंटिग्स तथा आरेख), ड्राइंग्स और 10,000 पौरस्त्य आरेख एवं सूक्ष्मचित्र (मिनिएचर्स) हैं। एस.सी.सटन, सी.बी.ई. संप्रति उक्त पुस्तकालय के पुस्तकाध्यक्ष हैं। इस संस्थान के प्रकाशन हैं: संग्रह के सूचीपत्र (कैटलाग ऑव कलेक्शंस) तथा वार्षिक विवरण निर्देशिका (एनुअल रिपोर्ट गाइड)। इसका पता, 197 ब्लैक फ्रायर्स रोड, लंदन एस.ई.-1, एफ.1801 है।

भारत सरकार विगत कई वर्ष से इस प्रयत्न में है कि उक्त संस्थान भारत को हस्तांतरित कर दिया जाए। परंतु इस संदर्भ में अभी तक कोई निर्णय नहीं हो पाया।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. निरंकार सिंह