इरकूटस्क
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इरकूटस्क
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 537 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | श्यामसुंदर शर्मा |
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इरकूटस्क रूस के साइबेरिया प्रदेश में अ. 52° 36' उ. तथा दे. 104° 10' पू. में स्थित एक नगर है। यह येनीसी की सहायक अंगारा नदी के दाहिने किनारे पर, समुद्र से 1,480 फुट की ऊँचाई पर स्थित है इसका उपनगर ग्लाजकोवस्को नदी के बाएँ तट पर है तथा इन दोनों के बीच 630 गज लंबा पुल है। इरकूटस्क नगर का नामकरण इरकूट नदी के आधार पर हुआ है जो अंगारा में बाई ओर से मिलती है। उचित भौगोलिक स्थिति के कारण ही नगर चीन, अमूर प्रदेश, लीना की स्वर्णखदानों तथा समूर क्षेत्रों से होने वाले व्यापार का केंद्र बना हुआ है। इसी कारण यह साइबेरिया प्रदेश का प्रमुख नगर है। इसकी जनसंख्या सन् 1970 ई. में 4,51,000 थी। यहाँ का औसत ताप जनवरी में 5.4° फा., जुलाई में 65.1° फा. तथा औसत वार्षिक वर्षा 14.5° इंच है। यहाँ के मुख्य उद्योग धंधे लकड़ी चिराई, आटा, चमड़ा, ऊर्णाजिन (फ़र) तैयार करना, भेड़ की खाल के कोट तथा मद्य बनाना आदि हैं। नगर सुंदर ढंग से बसा हुआ है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ