ईथेल्स्टान
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ईथेल्स्टान
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 27 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | ओंकारनाथ उपाध्याय |
इथेल्स्टान (894-940ई.) इंगलैंड का सैक्सन राजा, प्रसिद्ध अल्फ्रडे का प्रसाद प्राप्त पोता और एडवर्ड दि एल्डर का बेटा। ईथेल्स्टान ने अपनी बहन का विवाह नार्थेब्रिया के राजा से किया और उस राजा के मरते ही वह नार्थेब्रिया को दबोच बैठा। अब उसे इंग्लैंड के दूसरे राजाओं ने अपना अधिराज मान लिया। फिर उसने नार्थेब्रिया के मृत राजा के विद्रोही भाई गुथफ्रथ को देश से निकालकर डेनी फौजों को यार्क से हटाया और वेल्स तथा कार्नवाल के लोगों को अपनी अपनी हदों में रहने को मजबूर किया। 934 ई. में स्काटलैंड पर हमला कर उसे परास्त किया।
ईथेल्स्टान ब्रिटेन का पहला राजा था जिसने समूचे देश पर प्रभुता का दावा किया, जो दावा अधिकांश में मुनासिब था। उसी ने पहले पहल इंग्लैंड को यूरोप के अन्य देशों की राजनीति के घने संपर्क में खींचा और वहाँ के राजकुलों से वैवाहिक संबंध स्थापित कर इंग्लैंड की शक्ति बढ़ाई। इस प्रकार विवाहों द्वारा फ्रांस, आस्ट्रिया, जर्मनी आदि उसके राजकुल से संबंधित हो गए। नारवे से उसने अपना दौत्य संबंध इतना घना जोड़ा कि वहाँ का अगला राजा उसी के राजकुल में पला। ईथेल्स्टान ने विवाह नहीं किया, इससे उसके कोई संतान न थी। उसके जमाने का कानून बड़ी मात्रा में मिलता है जिससे स्वयं राजा की अनुपातविरोधी दंडनीति के विपरीत प्रतिक्रिया प्रकट होती है। उदाहरणत: उसने 12 साल के बालकों को चोरी के लिए प्राणदंड देना बड़ा बेजा समझा और इस संबंध में आयु की अवधि और ऊँची कर दी
टीका टिप्पणी और संदर्भ