कोडिएक द्वीप
कोडिएक द्वीप
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 156 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | नन्हें लाल.; परमेश्वरीलाल गुप्त |
कोडिएक द्वीप अलास्का प्रायद्वीप के दक्षिणपर्व में स्थित एक पहाड़ी द्वीप जो र्पूव की ओर 5,000 फुट उठा हुआ लगभग 100 मील लंबा तथा 50 मील चौड़ा है। पूर्व के वनयुक्त भाग के अतिरिक्त यह द्वीप सर्वन्न वृक्षरहित है परंतु अच्छे प्रकार की घास से आच्छादित इसमें एक सुंदर चारागाह है। भूमि उत्तम तथा कृषियोग्य, समय औसतन लगभग 160 दिन है। तट के पर्याप्त कटे फटे होने के कारण अनेक पत्तन बनाए गए हैं जहाँपर विशंषत: मछली पकड़ने वाले जहाज रुकते हैं। प्रमुख उद्योग मत्स्योत्पादान, मछली पकड़ने के धंधे, रोएँदार वस्त्र बनाना, भेड़ तथा पशुपालन हैं। यहाँ के भूरे रंग के भालू विख्यात हैं। 1912 ई. में कतवाई पर्वत के ज्वालामुखी विस्फोट के कारण यह द्वीप राख की एक तह से ढँक गया था। 24 मार्च 1964 ई. को यहाँ भयंकर भूकंप आया जिससे इसकी भयंकर क्षति हुई।
टीका टिप्पणी और संदर्भ