कोलंब
कोलंब
| |
पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 172 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | परमेश्वरीलाल गुप्त |
कोलंब केरल प्रदेश के क्विलानं के निकट स्थित एक प्राचीन नगर एवं बंदरगाह। संभवत: उस क्षेत्र की सुप्रसिद्ध देवी कोलंबा के नाम पर इस नगर का नाम रख गया है।
ईसा की आरंभिक शताब्दियों में यह नगर वाणिज्य व्यवसाय का एक प्रमुख केंद्र था। यहाँ से व्यापारी वर्मा, पेगू एवं पूर्वी द्वीपसमूह निरंतर जाया आया करने थे। यहाँ से मिर्च का निर्यात विशेष रूप से होता था।
अनुश्रुनियों के अनुसार प्रथम शती ई. में सुप्रसिद्ध ईसाई संत टामस यहाँ आकर रहे थे और एक गिरजाघर की स्थापना की थी। एक अन्य संत जेसू जबस का भी यह निवासस्थान था। उन्होंने वहीं 660 ई. में शरीर त्याग किया। नवीं शती के आरंभ में सिरिया के ईसाई यहाँ आकर बसे। इस प्रकार यह ईसाई धर्म का एक प्रमुख केंद्र रहा है।
1503 ई. में पुर्तालियों ने यहाँ अपना एक किला बनाया था। बाद में डच लोगों ने इसपर अधिकार कर लिया था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ