क्रेस्नोदार
क्रेस्नोदार
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 223 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | भूपेद्रकांत राय |
क्रैस्नोदार (Krasncdars) 1. नगर तथा प्रदेश; स्थिति : उत्तरी काकेशस क्षेत्र में[१] जनसंख्या 3,95,000 (1967)। इसकी स्थापना 1794 ई. में कूबैन नदी के तट पर की गई थी। कूबैन नदी में बाढ़ आने से इसके चारों ओर की भूमि दलदली हो गई है। कूबैन नदी द्वारा यातायात के कारण यह नगर उन्नति कर रहा है। इस नगर का रेलों द्वारा नॉवरस्सीस्क (Novorcssisk) रोस्टोव तथा बाकू नगरों से संबंध है। यहाँ मजदूर वैज्ञानिक संस्था, कलाभवन तथा कई प्रौद्योगिक स्कूल स्थापित किए गए हैं। सरकार ने यहाँ प्रयोगात्क फलोद्यान की स्थापना की हैं जहाँ नए फलों की कलमें तैयार की जाती हैं।
2. क्रैस्नोदार प्रदेश सोवियत संघ का एक प्रमुख प्रांत है। क्षेत्रफल 34,200 वर्ग मील है। इस प्रदेश के उत्तर में रोस्टोव, पूर्व में स्ट्व्रैाोपॉल, दक्षिणपूर्व में जॉर्जिया तथा दक्षिण एवं दक्षिणपश्चिम में काला सागर स्थित है। यहाँ की जलवायु प्रेरी (Prairie) प्रकार की है। ग्रीष्म काल सूखा रहता है तथा वर्षा 15 से 17 प्रति वर्ष होती है। दक्षिणी भाग पहाड़ी तथा पठारी है। प्रमुख नदियों में कूबैन और मनीच हैं।
पहाड़ी भाग होने से कृषि का महत्व कम है। केवल तरकारियाँ, तरबूजा, तंबाकू, सूरजमुखी अधिक बोई जाती हैं। नदियों की घाटियों में चावल और ज्वार बाजरे की कृषि होती है। इस प्रांत में तेलशोधक कारखाने तथा मछली एकत्र करने के केंद्र हैं। क्रैस्नोदार प्रांतीय राजधानी है जहाँ साबुन बनाने, चमड़ा पकाने और तंबाकू के कारखाने भी हैं। वहां के अन्य प्रमुख नगर मैकाप और आरमावीर हैं। )
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ 450 2’ उत्तरीय अक्षांश तथा 390 0’ पूर्वी देशांत