क्वांदो
क्वांदो
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 254 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | कष्णमोहन गुप्त |
क्वांदो (Kwando) दक्षिणी मध्य अफ्रीका में जैबेंजी नदी की मुख्य सहायक नदी, जिसे लिन्यांती भी कहते हैं। ऐंगोला के मध्य पठार से निकलकर दक्षिणपूर्व बहती हुई ऐंगोला और रोडेशिया की दक्षिणी सीमा बनाती है। बाद में दक्षिणी-पश्चिमी अफ्रीका के कैप क्षेत्र को पार करती है। अंत में 180.30’ उत्तरीय अक्षांश तथा 230 30’ पूर्वी देशांत के समीप बेचुआना लैंड प्रोटेक्टोरेट की सीमा के पास दलदलों में विलीन हो जाती है। यह लगभग 600 मील लंबी है। दलदलों को पार करने के बाद चोबे नदी है, जो क्वांदों का ही बढ़ा हुआ रूप है। दक्षिणी अफ्रीका में इसी नाम का पत्तन और नगर भी है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ