खमो
खमो
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 299 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | सर्वदानंद |
खमो भारत, बर्मा और अंदमान के सागरतटीय दरारों में पाया जानेवाला एक छोटा सदाबहार पेड़ जिसके छिलके में सज्जी अधिक होती है तथा जो चमड़ा सिझाने के काम आता है। इसके रंग से सूती कपड़े भी रंगे जाते हें। फल खाने में सुस्वादु होते हैं, डालियों से निकली हुई जटाओं से एक प्रकार का नमक बनता है। इसे राई भी कहते हैं
टीका टिप्पणी और संदर्भ