खैरगढ़

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लेख सूचना
खैरगढ़
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3
पृष्ठ संख्या 335
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पांडेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1976 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक परमेश्वरीलाल गुप्त

खैरागढ़ 1. छत्तीसगढ़ (मध्य प्रदेश) का एक नगर।[१] यह नाँदगाँव और भंडारा जिले के बीच के भूभाग में स्थित है। पहले यह देशी रियासत था। यहाँ के राजा गोंड वंशी थे और उन्हें 1898 ई0 में अंग्रेजों ने राजा की पदवी प्रदान की थी।

इसका क्षेत्रफल 931 वर्ग मील है। यहां भी भूमि समतल और उपजाऊ है। यहाँ कोदो, धान तथा कपास पर्याप्त मात्रा में पैदा होता है। पूर्व की भूमि काली मिट्टी की है परंतु पश्चिम में बलुई मिट्टी पाई जाती हैं।

2. आगरा जिले का दक्षिणी पश्चिमी तहसील।[२] इस तहसील में इसी नाम का एक परगना भी है। खैरागढ़, तहसील का प्रधान केंद्र है। उतंगन नदी इस तहसील को दो भागों में विभक्त करती है। इसका दक्षिणी भाग विंध्य पर्वतमाला का ही प्रसार है जो लाल पत्थरों का बना हुआ है। पत्थरों का उपयोग इमारत बनाने में किया जाता है। पर्वत के समीप की भूमि बलुई है। नदी के पूर्व की भूमि मटियार है।[३]

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. स्थिति : 21 4 से 21 34 उत्तरी अक्षांस और 80 27 से 81 12 पूर्वी देशांत
  2. स्थिति : 260 41’ से 270 4’ उत्तरी अक्षांस तथा 770 26’ से 780 7’ पूर्वी देशांत
  3. रामलोचन सिंह