गढ़मंडला
गढ़मंडला
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 354 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | परमेश्वरीलाल गुप्त |
गढ़मंडला मध्यप्रदेश के गोंडवाना के अंतर्गत एक विस्तृत प्रदेश। यहाँ मध्यकाल में गोंड राजाओं का शासन था। इसकी ख्याति रानी दुर्गावती के कारण है। वह गढ़मंडला के नरेश दलपतशाह की पत्नी थीं और पति की मृत्यु के उपरांत अपने चार वर्ष के पुत्र के अभिभावक के रूप में शासन किया था तथा मुगलों के विरुद्ध बड़ी वीरता दिखाई थी।[१] इस वंश के शासक अपने को पुलस्त्य ऋषि का वंशज कहते थे।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ द्र. दुर्गावती