गोपाल बालकृष्ण कोल्हटकर
गोपाल बालकृष्ण कोल्हटकर
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 179 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | कष्णराव खंडेराव डोल |
गोपाल बालकृष्ण कोल्हटकर (1878-1955 ई.) रसायनशास्त्री। सातारा जिले के एक छोटे से गाँव जाखण में जन्म हुआ था। गाँव की प्राथमिक पाठशाला में शिक्षा पाकर मुंबई के मराठा हाई स्कूल में और पीछे सेंट जेवियर्स कालेज में भौतिकी और रसायन का अध्ययन किया। रसायन की एम. ए. परीक्षा में आपको स्वर्णपदक मिला। तदनंतर बँगलौर के इंडियन इंस्टिटयूट ऑव सायंस से अनुसंधान कार्य द्वारा ए. आई. आई. एस-सी का डिप्लोमा प्राप्त किया।
1907 ई. में पूना के फर्ग्युसन कालेज के आजीवन सदस्य बनकर रसायन के प्राध्यापक नियुक्त हुए और 1947 ई. तक कालेज से संबद्ध रहे। फर्ग्युसन कालेज की रसायनशाला को निर्मित तथा सुसज्जित करने का श्रेय आपको है। ऐसी सुसज्जित रसायनशाला पूना विश्वविद्यालय से संबद्ध कालेजों में से किसी में नहीं है। बंबई विश्वविद्यालय के सिनेट और एकैडेमिक कौसिल के आप सदस्य रहे। आपके अनेक छात्र रसायन के अध्यापन और अनुसंधान कार्य में ख्याति पा चुके हैं। आपने अंग्रेजी में रसायान की कुछ पाठ्य पुस्तकें भी लिखी हैं। 9 नवंबर, 1955 ई. को आपका देहावसान हुआ।
टीका टिप्पणी और संदर्भ