चालू लेखा

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लेख सूचना
चालू लेखा
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 4
पृष्ठ संख्या 206
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक रामप्रसाद त्रिपाठी
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1964 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक सुधाकर पांडेय

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चालू लेखा और चालू लेखा विवरण (एकाउंट करेंट, एकाउंट रेंडर्ड) जब क्रेता और विक्रेता के मध्य कोई ऐसा करार हो जाता है कि क्रय विक्रय का परस्पर प्रवाह निरंतर चलता रहेगा और उसमें पूर्ण भुगतान अथवा निश्चित समय पर शेष देय धन का भुगतान अवरोधक न होगा; विक्रेता ऐसे क्रेताओं का खाता स्थायी रूप से अपने यहाँ खोलता है जो नाम जमा दोनों पक्षों का संतुलन हो जाने पर भी बराबर चलता रहता है और जिसमें उसकी खरीदों एवं भुगतानों का विवरण अंकित रहता है। विक्रेता इसका संतुलन निश्चित समय पर कर क्रेता को वस्तुस्थिति से अवगत एवं भुगतान करने के लिये भेजता रहता है। विक्रेता के यहाँ रखे गए ऐसे खाते को चालू लेखा और उसके द्वारा क्रेता के पास भेजे जानेवाले इस विवरण को चालू लेखा विवरण कहते हैं। इससे व्यापारिक व्यवहार साफ रहता है तथा देय और प्राप्त धन की स्थिति से दोनों पक्ष अवगत रहते हैं। भूलों में संशोधन एवं परिमार्जन का भी सहज सुअवसर इससे उपलब्ध होता रहता है।


टीका टिप्पणी और संदर्भ