चाल्र्स काउडेन क्लार्क

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लेख सूचना
चाल्र्स काउडेन क्लार्क
पुस्तक नाम हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3
पृष्ठ संख्या 233
भाषा हिन्दी देवनागरी
संपादक सुधाकर पांडेय
प्रकाशक नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
मुद्रक नागरी मुद्रण वाराणसी
संस्करण सन्‌ 1976 ईसवी
उपलब्ध भारतडिस्कवरी पुस्तकालय
कॉपीराइट सूचना नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी
लेख सम्पादक परमेश्वरीलाल गुप्त

चार्ल्स काउडेन क्लार्क (1787-1877 ई.) अंग्रेज लेखक और शेक्सपियर साहित्य का विशेषज्ञ। 15 दिसंबर, 1787 को एनफील्ड (मिडिलसेक्स) में जन्म। उसके पिता जान क्लार्क स्कूल में अध्यापक थे। जान कीट्स उनके शिष्यों में से था। चार्ल्स क्लार्क ने अपना जीवन संगीत पुस्ताकों के प्रकाशक के रूप में आरंभ किया। जब उसने मेरी विक्टोरिया से विवाह किया तब वह शेक्सपियर साहित्य की ओर आकृष्ट हुआ। विवाह के अनंतर श्रीमती क्लार्क ने शेक्सपियर साहित्य की शब्दानुक्रमणिका तैयार करना आरंभ किया जो 1844-45 के बीच पहले 18 मासिक खंडों के रूप में और बाद में 1845 में ‘कंप्लीट कंकार्डेस टु शेक्सपियर’, वीइंग वर्बल इंडेक्स टु आल द पैसेजेज इन ‘द ड्रामैटिक वर्क्स ऑव द पोएट’ नाम से प्राकशित हुआ। इस कार्य ने 1790 में प्रकाशित सैम्युयल एसकान और 1805-07 में प्रकाशित फ्रैंसिसट्विस की अनुक्रमणिकाओं को निरर्थक बना दिया। इसने क्लार्क की शेक्सपियर के ग्रंथों में अभिरुचि पैदा कर दी। फलत: उसने 1834 और 1856 के बीच शेक्सपियर तथा अन्य साहित्यिक विषयों पर व्याख्यान दिए। उनमें से प्रमुख व्याख्यान बाद में पुस्तकाकार प्रकाशित हुए। इनमें ‘शेक्सपियर्स कैरेक्टर्स’, ‘चीफली दोज सुबार्डिनेट’ (1863) और ‘मोलियर्स कैरेक्टर्स’ (1865) उल्लेखनीय हैं। 1859 में उसने अपनी कुछ कविताओं का संग्रह प्रकाशित किया। 1879 में पति-पत्नी ने संयुक्त रूप से द शेक्सपियर की, अनलाकिंग द ट्रेजर्स ऑव हिज़ स्टाइल प्रकाशित की। इसके पूर्व उन दोनों ने शेक्सपियर के ग्रंथों का संस्करण तैयार किया जो पहले धारावाहिक के रूप में प्रकाशित हो कर 1868 में पूर्ण हुआ। 1886 में उसका पुनर्मुद्रण हुआ।

चार्ल्स क्लार्क की मृत्यु 13 मार्च, 1877 को जिनेवा में हुई।




टीका टिप्पणी और संदर्भ