टाइपे

अद्‌भुत भारत की खोज
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टाइपे ताइवान (फारमोसा) राज्य की राजधानी है तथा द्वीप के उत्तरी भाग में टांसुई एवं कीलंग नदियों के संगम पर स्थित है। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद यह नगर चीनियों के अधिकार में आया तथा ताइवान प्रदेश की राजधानी बना दिया गया। सन्‌ १९४९ में जब समस्त देश साम्यवादियों के अधिकार में आ गया तभी से यह राष्ट्रवादी चीन सरकार की राजधानी हो गया। यह धान उत्पादक क्षेत्र के मध्य में बसा है। यहाँ से तंबाकू, चावल, चाय, कपूर तथा लकड़ी का निर्यात होता है। ये व्यापारिक वस्तुएँ कीलंग तथा टांसुई बंदरगाहों से बाहर भेजी जाती हैं। यह नया व्यापारिक नगर है, जहाँ समस्त आधुनिक साजसज्जा एवं वैभव देखने को मिलता है। यह किसी न किसी रूप में १८९५ ई० से ही राजधानी रहा है। यहाँ की जनसंख्या अप्रत्याशित रूप में बढ़ रही है, जिसें अब यह महानगरों की श्रेणी में आ गया है। यहाँ पर बौद्धिक विकास के लिए अनेक शिक्षाकेंद्र हैं, राष्ट्रीय ताइवान विश्वविद्यालय भी यही स्थित है। यहाँ पर लोह, कांच, सीमेंट और औषधियाँ बनाने के तथा खाद्य सामग्री को डब्बों में भरनेवाले अनेक कारखाने हैं।

टीका टिप्पणी और संदर्भ