तालमान

अद्‌भुत भारत की खोज
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तालमान या मेंट्रोनोम (Metronome) नामक यंत्र संगीत की गति को नियमित करने के काम आता है। दोहरे दोलक (Pendulum) के सिद्धांत पर इस यंत्र का आविष्कार हॉलैंड के ऐम्सटर्डम नगर निवासी विकेल नामक व्यक़्ति ने किया था, किंतु इसका विकास तथा प्रचार विएना के जोहैन माल्ज़ेज (G. Malzel, सन्‌1772-1838) ने किया।

इस यंत्र में एक कीली पर एक दोलक दोलन करता है। कीली के नीचे एक भार लटका रहता है तथा ऊपर के भाग में ऊपर नीचे सरकने वाला दूसरा भार रहता है। इसकी ऊपर नीचे करके दोलन की गति तीव्र या मंद की जा सकती है। प्रत्येक दोलन के अंत में एक ध्वनि होती है, या घंटी बजती है। एक मिनट मे दोलन की गति साधारणत: 60 रहती है, किंतु कम या अधिक भी की जा सकती है।

संगीत के अभ्यास के समय ताल को ठीक रखने में यह यंत्र सहायक होता है।


टीका टिप्पणी और संदर्भ