माधुरी माधवदास
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माधुरी माधवदास
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 9 |
पृष्ठ संख्या | 228 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
लेखक | (स्व.) ब्रजरत्नदास |
संपादक | फूलदेवसहाय वर्मा |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1967 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
माधुरी माधवदास इनका नाम माधव दास था और ये कपूर खत्री थे। कहीं अन्यत्र से आकर वृंदावन के पास माधुरीकुंड पर रहने लगे और अपना उपनाम 'माधुरी' रखा। वंशीबटमाधुरी, केलिमाधुरी, उत्कंठामाधुरी, वृंदावनमाधुरी आदि इनकी छोटी छोटी रचनाएँ हैं, जिनका एक संग्रह प्रकाशित हो चुका है। दो रचनाओं में सं. 1687 तथा सं. 1699 रचनाकाल दिया है अत: इनका समय सं. 1650-1710तक निश्चित रूप से माना जा सकता है। यह चैतन्य संप्रदाय के थे, क्योंकि सभी रचनाओं में श्री चैतन्य महाप्रभु तथा रूपसनातन की वंदना की है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ