सर एडवर्ड शेपडे क्रीजी
सर एडवर्ड शेपडे क्रीजी
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 3 |
पृष्ठ संख्या | 209 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पांडेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1976 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | परमेश्वर लाल गुप्त |
सर एडवर्ड शेपडे क्रीजी (1812-1878 ई.) अंग्रेज इतिहासकार। बेस्के (केंट) में जन्म और इटन तथा कैंब्रिज के किंग्स कालेज में शिक्षा। 1837 ई. में वे बैरिस्टर बने; 1840 ई. में लंदन विश्वविद्यालय में इतिहास के प्राध्यापक नियुक्त हुए। 1860 ई. में वे लंका के हाईकोर्ट के प्रमुख न्यायाधीश (चीफ जस्टिस) बनाए गए। उसी वर्ष उन्हें ‘सर’ की उपाधि प्राप्त हुई। 27 जनवरी, 1878 ई. को लंदन में उनका निधन हुआ।
उनका सबसे प्रसिद्ध इतिहास ग्रंथ है ‘फिफ्टीन डिसाइसिव बैटल्स ऑव द वर्ल्ड’ जो 1851 में प्रकाशित हुआ था। उसमें 15 निर्णायक युद्धों---मेराथान, साइराक्युस अर्बेली, मेटाउरस, वारूस की पराजय, चालाँस, टूअर्स, हेस्स्टिग्स, आर्लियंस में जोन ऑव आर्क की विजय, स्पैनिश आर्मेडा, ब्लेंहीम, पोल्टावा, सर्टोगा, वाल्मी और वाटरलू का वर्णन है। उनके दो अन्य महत्व के ग्रंथ हैं हिस्ट्री ऑव इंग्लैंड और राइज ऐंड प्रोग्रेस ऑव द इंग्लिश कांस्टिटयूशन।
टीका टिप्पणी और संदर्भ