अबीमेलेख
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अबीमेलेख
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पुस्तक नाम | हिन्दी विश्वकोश खण्ड 1 |
पृष्ठ संख्या | 166 |
भाषा | हिन्दी देवनागरी |
संपादक | सुधाकर पाण्डेय |
प्रकाशक | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
मुद्रक | नागरी मुद्रण वाराणसी |
संस्करण | सन् 1964 ईसवी |
उपलब्ध | भारतडिस्कवरी पुस्तकालय |
कॉपीराइट सूचना | नागरी प्रचारणी सभा वाराणसी |
लेख सम्पादक | डॉ. विश्वभरनाथ पांडेय |
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अबीमेलेख बाइबिल की पुरानी पोथी में अबीमेलेख नाम के दो व्यक्तियों का वर्णन आता है।
- अबीमेलेख दक्षिणी फिलस्तीन में गेदार का राजा और पैगंबर इसहाक का मित्र था। पैगंबर इसहाक कुछ काल तक अबीमेलेख का अतिथि रहा। अपने गेराज अधिवास में इसहाक ने अबीमेनेख को बताया कि उसकी (इसहाक की) पत्नी रेबेकाह उसकी (इसहाक की) अपनी बहन है। अबीमेलेख ने इसहाक को फटकारा और कहा कि किस तरह अनजान में ही इसहाक व्यभिचार का दोषी हो जाता। इस घटना से उस समय के प्रचलित नैतिक विचारों की प्रगति का पता चलता है।
- शेखेमी दासी से उत्पन्न अबीमेलेख जेरूब्बाल अथवा गिदियन का बेटा था। गिदियन की मृत्यु के बाद अबीमेलेख ने शखेम के नागारिकों पर अपने पिता के ही समान शासन करने का दावा किया। अपने पिता की 70 अन्य संतानों की हत्या करके अबीमेलेख ने मध्य फिलस्तीन पर अपने राज्य का विस्तार कर लिया, किंतु उसकी सफलता क्षणस्थायी रही।
टीका टिप्पणी और संदर्भ